किसानों को लेकर हरियाणा सरकार की नई नीति, CM ने अधिकारियों को दिए ये खास निर्देश

July 19 2021

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में का कवरेज क्षेत्र बढ़ाने का प्रयास किए जाएं और साथ ही किसानों को सूक्ष्म सिंचाई से होने वाले फायदे के बारे में सूक्ष्म सिंचाई शिक्षित किया जाए. खट्टर आज यहां पर माइक्रो इरिगेशन एंड कमांड एरिया डिवलेपमैंट अथोरिटी द्वारा संचालित की जा रही 1200 करोड़ रूपए की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। सीएम खट्टर ने इसके तहत राज्य में अधिक से अधिक क्षेत्र को सूक्ष्म सिंचाई के तहत लाने पर जोर दिया है।

क्या है किसानों को लेकर CM की नई नीति?

साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान में सूक्ष्म सिंचाई के तहत आने वाले क्षेत्र को पानी के स्रोत (यानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, नहर, तालाब या ट्यूबवेल से सींचा जाता है) इसके अनुसार भी पहचान की जानी चाहिए. उक्त जल स्रोतों की उपलब्धता के अनुसार सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से सिंचित किए जाने के लिए भविष्य हेतु लक्ष्य निर्धारित किए जाने चाहिए।

इसी के साथ उन्होंने सिंचाई विभाग को लिफ्ट नहर सिंचाई प्रणाली के माध्यम से सिंचित क्षेत्र की पहचान करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के तहत लाने के लिए प्रयास किए जाएं ताकि बचाए गए पानी का उपयोग वर्षा-सिंचित क्षेत्रों की सिंचाई के लिए किया जा सके।

बता दें कि सीएम खट्टर ने बताया कि गांव-वाइज भू-जल स्तर का मूल्यांकन किया जाएगा तथा 30 मीटर से अधिक गहरे भू-जल स्तर वाले गांवों में किसानों को अपने खेतों की सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मांगोन्मुख सिंचाई जल की आपूर्ति हेतु ब्लॉक-वाइज सतही जल की उपलब्धता एवं मासिक-मांग की गणना की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सूक्ष्म सिंचाई के लाभों के बारे में किसानों में जागरूकता बढ़ाने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए।

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स्रोत: One India