काला अमरूद देगा किसानो को कम खर्च में बंपर पैदावार

September 08 2022

काले अमरूद की किस्म बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई, जिसके बाद देशभर के ज़्यादातर किसानों ने इसकी बागवानी शुरू कर दी। हाल ही में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के कोलर क्षेत्र में काले अमरूद की खेती शुरू हुई है। यहां उत्तर प्रदेश की सहारनपुर (Saharanpur, Uttar Pradesh) नर्सरी से पौधों को खरीदकर रोपाई का काम किया गया है।बता दें कि काले रंग का अमरूद किसी अजूबे से कम नहीं है। इसकी पत्तियां और अंदर गूदे का रंग भी गहरा लाल या महरूम होता है।काले अमरूद के फल का वजन लगभग 100 ग्राम तक होता है। ये दिखने में जितने ज़्यादा आकर्षक होते हैं, इनकी खेती में भी उतना ही कम खर्च लगता है।सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसकी खेती ठंड प्रदेशों में ही की जाती है और इसके फलों में कीट-रोगों की भी अधिक संभावना नहीं रहती।व्यावसायिक खेती से होगा फायदासाधारण अमरूद के मुकाबले काले अमरूद में औषधीय गुण, ज़रूरी पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोगप्रतिरोधी क्षता बढ़ाकर बीमारियों के खिलाफ एक ढ़ाल का काम करते हैं। काले अमरूद में एंटी एजिंग गुण भी मौजूद है।