कपास की कटाई के लिए बांटे गए 5,543 प्लकर मशीन

October 04 2021

कपास की खेती किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। कपास की खेती भारत के कई राज्यों में की जाती है, इनमें से प्रमुख रूप से गुजरात, कर्नाटक, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश शामिल है।

लेकिन कपास उत्पादन के क्षेत्र में गुजरात नंबर एक स्थान पर आता है। कपास से पाने वाली मुख्य फसल है वो है उसका रेशा कपास अपने इन्हीं रेशे की वजह से काफी मांग में है। भारत में कपास का निर्यात बड़ी मात्रा में किया जाता है।

सरकार भी कपास की खेती (cotton cultivation)  को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की पहल करती रहती है। इसी बीच भारतीय कपास निगम ने कपास की खेती करने वाले किसानों के लिए, 543 सीमांत और छोटे किसानों के बीच करीब चार करोड़ रुपये की कीमत की कपास प्लकर मशीनें वितरित की है। सरकार भी किसानों की आय को बढाने के लिए एवं कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की नयी-नयी पहल करती रहती है।

कपास प्लकर मशीन से किसानों को मिलता है ये लाभ

  • मैनुअल पीकिंग को कम करता है।
  • कपास की कटाई में सहूलियत मिलती है।
  • इसमें लागत में कम लगेगी।
  • कपास की गुणवत्ता में सुधार होगा।

कपास प्लकर मशीन कैसे कार्य करती है

कपास प्लकर मशीन एक हाथों से नियंत्रित करने वाली मशीन है, जिसका वजन 600 ग्राम है। इस मशीन के अन्दर दो रोलर्स पाए जाते हैं। इसके बाहरी परिधि पर छोटे किनारों वाले दांत होते हैं। फसलों की कटाई करते समय कपास इसके रोलर्स में फस जाता है, एवं उसकी कटाई के बाद उससे जुड़ा बैग में एकत्रित हो जाते हैं। कपास की यह मशीन खेती के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। इसकी बाज़ार में कीमत भी कम है।

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स्रोत: Krishi Jagran