आज कैबिनेट बैठक में हो सकते हैं बड़े फैसले, धान समेत 15 फसलों की बढ़ सकती है MSP

June 07 2023

केंद्र सरकार मार्केटिंग सीजन 2023- 24 के लिए एमएसपी को मंजूरी दे सकती है। सबसे ज्यादा दालों की एमएसपी में बढ़ोतरी की संभावना है। कहा जा रहा है कि अरहर, उड़द और मूंग दाल की एमएसपी में 300 से 500 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है। खरीफ फसल की रोपाई शुरू होने से पहले किसानों को बुधवार को एक बहुत बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। केंद्र सरकार कैबिनेट बैठक के बाद आज एमएसपी को लेकर बड़ा फैसला कर सकती है। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार धान सहित 15 फसलों की एमएसपी बढ़ा सकती है।उम्मीद है कि केंद्रीय कैबिनेट धान की एमएसपी में 120 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी कर सकती है. इसी बीच दालों की एमएसपी भी बंपर बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार मार्केटिंग सीजन 2023- 24 के लिए एमएसपी को मंजूरी दे सकती है। सबसे ज्यादा दालों की एमएसपी में बढ़ोतरी की संभावना है। कहा जा रहा है कि अरहर, उड़द और मूंग दाल की एमएसपी में 300 से 500 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा मोटे अनाज की एमएसपी में भी इजाफा हो सकता है. खास कर बाजरा, रागी, मक्का और कपास की एमएसपी में बढ़ोतरी होगी।

धान की मिनिमम सपोर्ट प्राइस में 100 रुपये की बढ़ोतरी की थी

बता दें कि पिछले साल नवंबर महीने में भी केंद्र सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी की थी। तब बीजेपी की केंद्रीय सरकार ने फसल सीजन 2023- 24 के लिए नई एमएसपी की लिस्ट जारी की थी। तब धान की मिनिमम सपोर्ट प्राइस में 100 रुपये की बढ़ोतरी की थी। वहीं, गेहूं का समर्थन मूल्य 110 रुपये बढ़ाया गया था. दरअसल, पीएम मोदी किसानों की आय दोगुनी करने का प्लान बना रहे हैं. इसी के तहत वे एमएसपी में बढ़ोतरी कर रहे हैं।

चना का भाव 5335 रुपये क्विंटल है

अभी मार्केंट में गेहूं का न्यूनतम सर्मथन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल है। लेकिन इस बार पंजाब, हरियाणा और बिहार सहित कई राज्यों में गेहूं की खरीद एमएसपी रेट से भी ज्यादा पर हो रही है। इससे किसानों की बंपर कमाई हो रही है. वहीं, अगर दलहन की बात करें तो अभी मसूर दाल की एमएसपी 6000 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि चना का भाव 5335 रुपये क्विंटल है। इसी तरह अभी धान की एमएसपी 2040 रुपये प्रति क्विंटल है। अगर केंद्र सरकार धान का रेट 120 रुपये क्विंटल की दर से बढ़ोतरी करती है, तो छत्तीसगढ़, बिहार, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य के किसानों को बहुत अधिक फायदा होगा।

स्रोत: tv9