BAU ने की रिसर्च, अब देश में उगेगा गुलाबी लहसुन

June 05 2023

किसी भी सब्जी या दाल में तड़का लगाने की बात हो तो प्याज-टमाटर के साथ लहसुन का होना जरूरी हो जाता है। ये स्वाद को बढ़ाता है और सेहत के लिए भी अच्छा होता है। अब तक आपने सिर्फ सफेद ही लहसुन ही देखा-सुना होगा, मगर जल्द ही गुलाबी लहसुन भी बाजार में आने वाला है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में पिछले 9 वर्षों से लहसुन को लेकर रिसर्च चल रही थी. अब आप सोच रहे होंगे कि लहसुन में ऐसी क्या खास बात है कि इस पर रिसर्च होने लगे।दरअसल जिस लहसुन पर रिसर्च चल रही थी वह कुछ खास है। इस लहसुन का रंग सफेद नहीं बल्कि गुलाबी है। खुशी की बात ये है कि अब पूरा देश इस गुलाबी लहसुन का स्वाद चखेगा। बीएयू सबौर में वैज्ञानिकों द्वारा गुलाबी लहसुन की नई उन्नत किस्म की खोज की गई है।

जल्द ही किसान भी उगा सकेंगे ये गुलाबी लहसुन

इस गुलाबी लहसुन में उत्पादन क्षमता भी अधिक है और यह औषधीय गुणों की भी खान है। गुलाबी लहसुन के रूप में कृषि विश्वविद्यालय को इस साल एक बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है। इसी टीम से जुड़ी वैज्ञानिक संगीता श्री ने बताया कि गुलाबी लहसुन के कवर की मोटाई अधिक है जिस वजह से गुलाबी लहसुन जल्दी खराब नहीं होता इस नए किस्म के लहसुन को लेकर बिहार गवर्नमेंट को प्रपोजल भेजा गया है, जल्द ही किसानों के बीच यह गुलाबी लहसुन आ जाएगा और किसान इसका लाभ उठा सकेंगे।

कैसे सफेद लहसुन से अलग होता है गुलाबी लहसुन

वैज्ञानिकों की टीम ने जिस हल्के गुलाबी कलर के लहसुन की खोज की है, उसमें सल्फर एवं एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है। इसमें पोटैशियम और न्यूट्रिशन भी अधिक होता है।गुलाबी लहसुन में आमतौर पर सफेद लहसुन की तुलना में हल्का और मीठा स्वाद होता है। जिन लोगों को सफेद लहसुन का तीखापन पसंद नहीं होता है उन्हें ये गुलाबी लहसुन काफी पसंद आ सकता है।

किन चीजों में किया जाता है गुलाबी लहसुन का इस्तेमाल

सफेद लहसुन की तरह ही गुलाबी लहसुन का इस्तेमाल पास्ता सॉस, सूप, भुनी हुई सब्जियां, ड्रेसिंग और मैरिनेड जैसे व्यंजनों में किया जा सकता है। गुलाबी लहसुन का इस्तेमाल भी ठीक सफेद लहसुन की तरह काट कर या पेस्ट बनाकर किया जा सकता है।

गुलाबी लहसुन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ

  • गुलाबी लहसुन में एलिसिन जैसे पदार्थ होते हैं, जिनमें बीमारी से लड़ने की क्षमता होती है। जिस वजह से गुलाबी लहसुन खाने से बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवियों से लड़ने में मदद मिलती है।  
  • गुलाबी लहसुन एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और प्लेटलेट को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • एलिसिन सहित गुलाबी लहसुन में पाए जाने वाले यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं। जो सूजन को कम करने में मदद करता है और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।  
  • लहसुन अपने इम्यून-बूस्टिंग गुणों के लिए जाना जाता है।यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जिससे शरीर बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी बन जाता है।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: किसान तक