9400 रुपये क्व‍िंटल पहुंचा अरहर दाल का दाम

May 23 2023

जहां एक तरफ महाराष्ट्र में प्याज, अंगूर और कपास की खेती करने वाले क‍िसान कम दाम की वजह से परेशान हैं तो वहीं अरहर की खेती करने वालों क‍िसानों की बल्ले-बल्ले है। क्योंक‍ि इसका अच्छा भाव म‍िल रहा है। महाराष्ट्र के लातूर में अरहर की अच्छी पैदावार होती है।उत्पादन के साथ-साथ खरीदारी के ल‍िए भी यहां अच्छा इंतजाम है। लातूर मार्केट में प्रतिदिन 1500 क्विंटल से लेकर अरहर के सीजन में 4000 क्विंटल तक अरहर की आवक होती है। इस साल मार्केट में आवक कम होने के कारण अरहर के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है। इससे क‍िसान खुश हैं क‍ि कम से कम कोई ऐसी कृष‍ि उपज तो है ज‍िसका अच्छा भाव म‍िल रहा है।इस साल अरहर की आवक कम होने के कारण लातूर मार्केट में अरहर के दाम 5200 रुपये से बढ़कर 9400 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक पहुंच गए हैं। 

क्यों बढ़ा अरहर का दाम? 

इस साल अरहर उत्पादक क्षेत्रों में बेमौसम बारिश के साथ ओले भी पड़ गए थे। ज‍िसकी वजह से अरहर की फसलों पर इसका बुरा असर पड़ा था। इसकी वजह से उत्पादन में भारी कमी हुई है। हर साल के मुकाबले इस साल मार्केट में आवक कम होने से अरहर को अच्छे दाम मिल रहे हैं। पिछले 2 दिनों से लातूर की मार्केट में अरहर को 9400 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक की अच्छी कीमत मिली है, ज‍िससे क‍िसान खुश हैं। मध्य प्रदेश अरहर उत्पादन में काफी आगे है।यहां पर क‍िसानों को औसतन 7400 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल का भाव म‍िल रहा है। जबक‍ि अध‍िकतम कीमत यहां पर 9900 रुपये प्रत‍ि क्विंटल तक पहुंच गई है।

अरहर के बारे में जान‍िए 

दलहन फसलों में अरहर का अधिक महत्व है। इस दाल को ज्यादा लोग पसंद करते हैं। क्योंक‍ि इसकी दाल में 20-21 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है। इसको तुअर दाल भी कहते हैं. अरहर मुख्य दलहनी फसल है, ज‍िसे मुख्य तौर पर खरीफ सीजन में उगाया जाता है। यह फसल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंक‍ि इसकी फसल वातावरण में फैले नाइट्रोजन को जमीन के अंदर फ‍िक्स करती है। अस‍िंच‍ित क्षेत्रों में इसकी खेती क‍िसानों के ल‍िए लाभकारी साब‍ित होती है।

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: किसान तक