प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम: तीसरी किस्त के लिए लागू होगी आधार की ये शर्त!

April 16 2019

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम (pradhan mantri kisan samman nidhi scheme ) के तहत रजिस्टर्ड 4.76 करोड़ किसानों को लोकसभा चुनाव पूरा होने से पहले दो किस्त मिलाकर चार-चार हजार रुपये मिल जाएंगे. दूसरी किस्त का पैसा किसानों के अकाउंट में जा रहा है. योजना की वेबसाइट के मुताबिक करीब तीन करोड़ किसानों तक पैसा पहुंच चुका है. लेकिन लाभ ले चुके किसानों का आधार बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन नहीं हुआ है. यह काम तीसरी किस्त मिलने से पहले होगा. खास बात ये है कि जिन लोगों ने पैसा ले लिया है और इसके लिए पात्र नहीं हैं सरकार उनसे यह पैसा वापस लेगी. कोशिश ये है कि असली किसानों को ही लाभ मिले.

केंद्र सरकार ने पहली और दूसरी किस्त के लिए आधार बायोमैट्रिक लेने में ढील क्यों दी? इसके बारे में कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी दी है. मंत्रालय ने बताया है कि योजना की दूसरी किस्‍त के लिए मंत्रिमंडल ने आधार को अनिवार्य बनाया था. लेकिन अब इसमें ढील दी गई है. कृषि मंत्रालय के एक बयान में लिखा गया है, हालांकि दूसरी किस्‍त के लिए शत-प्रतिशत आधार डेटा प्राप्‍त करना कठिन है, क्‍योंकि इसके लिए बायोमैट्रिक प्रमाणन की जरूरत है. नामों की वर्तनी में अंतर से बड़े पैमाने पर लाभार्थियों के नाम रद्द हो जाएंगे.

लाभार्थियों के आधार ब्‍यौरे को प्रमाणित करने के कारण दूसरी किस्‍त को जारी करने में विलंब होगा...विलंब से किसानों में असंतोष बढ़ेगा, इसलिए आधार शर्त में ढील दी गई है. यह शर्त तीसरी किस्‍त जारी करने के लिए मान्‍य होगी. दूसरी किस्‍त के लिए केवल आधार संख्‍या को ही अनिवार्य माना जाएगा. भुगतान से पहले सरकार आंकड़ों को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्‍त कदम उठाएगी. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना योजना के सीईओ विवेक अग्रवाल ने कहा, "आधार नंबर तो अब भी लिया जा रहा है, सिर्फ बायोमैट्रिक लेने में ढील दी गई है, जिसे तीसरी किस्त के लिए लिया जाएगा"

तो क्या गड़बड़ी की आशंका है? इसके जवाब में अग्रवाल ने कहा, "अभी तक ऐसी किसी गड़बड़ी की सूचना नहीं है कि किसी अपात्र को पैसा मिला हो, लेकिन इतनी बड़ी योजना है तो संभावना बनी ही रहती है. अगर अपात्र लोगों के खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ तो उसे वापस तो लिया ही जाएगा. ऐसे लोगों को पैसा डीबीटी से गया है और डीबीटी से ही वापस लिया जाएगा. यह हमने राज्यों को बताया है."

कैसे मिली है पहली, दूसरी किस्त

स्कीम के तहत पहली, दूसरी किस्त देने के लिए उन किसानों का चयन किया गया जिनका राज्यों के किसान सेवा पोर्टल पर पहले से रजिस्ट्रेशन है. लेखपालों ने ऐसे किसानों की लिस्ट गांव-गांव जाकर खुद वेरीफाई की है. उनके नाम, मोबाइल नंबर व आधार कार्ड का मिलान कर पात्र किसानों की लिस्ट कृषि विभाग को सौंपी गई. वेरीफाईड किसानों का डाटा पीएम किसान पोर्टल पर फीड करवाया गया और उनके खाते में पैसा आना शुरू हो गया.

 

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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी