पौधे बीमार हों तो इस अस्पताल में कराएं मुफ्त इलाज

April 03 2018

लुधियाना - इंसानों व जानवरों के अस्पताल तो आमतौर पर हर जगह मिल जाएंगे, लेकिन पौधों के लिए कहीं कोई विशेष अस्पताल हो, ऐसा कम ही है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) में भी पौधों की बीमारियों के इलाज के लिए आधुनिक अस्पताल बनाया गया है। यहां पौधों की हर तरह की बीमारी का इलाज किया जाता है।

चाहे वह बीमारी कीड़ों के हमले, मिट्टी, पानी, रसायनों या फिर पोषक तत्वों की कमी की वजह से हुई हो। खास बात यह है कि इस अस्पताल में पौधों की बीमारी की जांच से लेकर इलाज बिलकुल निशुल्क किया जाता है।

चार वैज्ञानिकों की टीम करती है पौधों का इलाज

पीएयू के गेट नंबर एक के अंदर प्रवेश करते ही किसान सेवा केंद्र (घंटाघर) में स्थापित किए गए पंजाब के पहले पौधा अस्पताल में चार माहिर वैज्ञानिकों की टीम पौधों का इलाज करती है। इनमें अस्पताल के इंचार्ज व पौधा रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरिंदर कुमार थिंद, कीड़ों की रोकथाम के माहिर डॉ. सुभाष सिंह, फसल वैज्ञानिक डॉ. रघुवीर सिंह उप्पल व भूमि विशेषज्ञ डॉ. एसपी सैनी शामिल हैं।

डॉ. थिंद का कहना है कि अस्पताल में कोई भी किसान या आम शहरी खेतों, बगीचों, किचन गार्डन, गार्डन व अन्य जगहों पर उगाई गईं सब्जियों, फसलों, फूलों, फलों व अन्य तरह के पौधों को बीमारी लगने पर इलाज के लिए आ सकते हैं। छुट्टी वाले दिनों को छोड़कर अन्य दिनों में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक पौधा अस्पताल खुला रहता है।

वाट्सएप, ईमेल पर भेज कर घर बैठे पाएं समाधान

डॉ. एसके थिंद ने बताया कि जो किसान या लोग पौधा अस्पताल तक नहीं आ सकते हैं, वह ईमेल, वाट्सएप, हेल्पलाइन नंबर के जरिये पौधों की बीमारी का समाधान पा सकते हैं। ईमेल के तहत प्लांटक्लीनिक एट द रेट पीएयू डॉट ईडीयू और थिंदएसके एट द रेट पीएयू डॉट ईडीयू पर बीमारी ग्रस्त पौधों की तस्वीर भेजी जा सकती है। इसके अलावा उनके मोबाइल नंबर 94630-48181 और डॉ. रघुवीर उप्पल के मोबाइल नंबर 94173-53711, डॉ. सतपाल सैनी के मोबाइल नंबर 94651-68676 व डॉ. सुभाष सिंह के मोबाइल नंबर 98764-50766 पर चल रहे वाट्सएप पर भी बीमारी से प्रभावित पौधे की तस्वीर भेजकर समाधान पाया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त पीएयू की हेल्पलाइन नंबर 0161-401960 की मदद से वैज्ञानिकों के साथ संपर्क कर फसलों को लगने वाली बीमारियों व इलाज के बारे में जाना जा सकता है। जो लोग पौधा अस्पताल तक आ सकते हैं, उन्हें यही सुझाव होगा कि वह इलाज के लिए बीमारी ग्रस्त पौधे को जड़ से उखाड़कर लेकर आएं।

डॉ. थिंद ने बताया कि पीएयू की ओर से किसानों की सुविधा के लिए अब कई अन्य जिलों में भी अस्पताल खोले गए हैं। श्री मुक्तसर साहिब, नूरमहल, फतेहगढ़ साहिब, कपूरथला, समराला, फरीदकोट व पटियाला के कृषि विज्ञान केंद्रों और अबोहर, बठिंडा व गुरदासपुर के क्षेत्रीय खोज केंद्र में पौधा अस्पताल शुरू हो चुका है।

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Source: Jagran