अंडे से चूजा बाहर निकालने में बेहद ही मददगार है यह तकनीक, मुर्गी की भी नहीं पड़ती है जरूरत

May 28 2022

किसानों (farmers) की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें कृषि के साथ ही किसी दूसरे व्यवसाय के साथ जोड़ने की वकालत होती रही है. इस बीच बड़ी संख्या में किसानों ने दूसरे व्यवसाय के तौर पर पोल्ट्री फॉर्मिंंग (Poultry Farming) को अपनाया भी है, लेकिन पोल्ट्री फार्मिंग के इस व्यवसाय में किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें किसानों के लिए प्राकृतिक तरीके से अंडे से चूजा (Chick from Egg) निकालना सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण होता है, इसमें थोड़ी भी गड़बड़ी में किसानों का बड़ी नुकसान तय होता है. आलम यह होता है कि इस प्रक्रिया के दौरान अधिकांश अंडे खराब कर हो जाते हैं और अंडोंं से पर्याप्त चूजे बाहर नहीं निकल पाते हैं, लेकिन एक नई तकनीक ने किसानों की इस परेशानी का समाधान लगभग कर दिया है. इस लेख में हम पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़े किसानों को उस तकनीकी की जानकारी दे रहे हैं, जो अंडे से चूजा निकालने में बेहद ही मददगार है और इसके लिए मुर्गी की भी जरूरत नहीं पड़ती है.
हैचरी मशीन कृत्रिम रूप से बिना मुर्गी अंडे से निकालती है चूजे
बिना मुर्गी अंडों से चूजों निकालने की जिस तकनीक की हम बात कर रहे हैं, उसका नाम हैचरी मशीन है. यह हैचरी मशीन की यूनिट मध्य प्रदेश के खंडवा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म में स्थापित की गई है. असल में कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जबलपुर मध्य प्रदेश के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र में समन्वित खेती पर इंटेरोगेटिव फार्मिंग सिस्टम (आई एफ एस) विकसित किया गया है, इसी कड़ी में खंडवा कृषि विज्ञान केंद्र में कड़कनाथ पोल्ट्री यूनिट भी स्थापित की गई है. जहां 400 कड़कनाथ मुर्गी-मुर्गियों हैं, जिनसे रोजाना 50 से 70 अंडे प्राप्त होते हैं. यूनिट में हैचरी मशीन के प्रयोग से इन अंडों से चूजे निकाले जाते हैं. यह मशीन उसी तरह अंडों से चूजे निकालती है, जिस तरह एक मुर्गी प्राकृतिक तौर पर अंडा सेंक कर चूजा बाहर निकालती है.
मशीन में डालने के 21 दिन बाद अंडों से निकलते हैं चूजे
हैचरी मशीन से अंडों से चूजे निकालने के लिए मुख्य रूप से निर्धारित तापमान, नमी और साफ ऑक्सीजन का ध्यान रखना होता है. इसी के साथ इस मशीन में अंडों का रोटेशन होता है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो 21 दिन बाद मशीन में डाले गए अंडों से चूजे मिलने शुरू हो जाते हैं. सामान्यतः इस मशीन में कड़कनाथ मुर्गी के अंडों की हैचिंग से 70 फीसदी अंडों से चूजे प्राप्त होते हैं. यह मशीन पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे किसानों के लिए बेहद ही फायदेमंद है. जिसके तहत उन्हें फार्मिंग के लिए बाहर से चूजे खरीदने की जरूरत नहीं होगी. वहीं उनके उत्पादन बढ़ेगा. बाद में किसान दूसरे फार्म को चूजे भी बेच सकते हैं.
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स्रोत : Tv 9