टीकमगढ़ में 60 छात्र-छात्राओं ने 3 माह में 6 नर्सरी तैयार कर दी

March 03 2018

मध्य प्रदेश, ीकमगढ़। शहर के कुण्डेश्वर रोड स्थित कृषि कॉलेज के 60 छात्र-छात्राओं ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से 3 माह में 6 नर्सरी को तैयार कर दिखाया है। सभी छात्र छात्राओं ने कालेज के पीछे 6 पॉलीहाउस में करीब आधा एकड़ भूमि में यह नर्सरी तैयार की हैं।

नर्सरी में बड़े स्तर पर फल, सब्जियों, खीरा, टमाटर, गुलाब, गेंदा सहित फसलों की बड़े स्तर पर पौध तैयार की गई है। पॉलीहाउस में नर्सरी का नजारा बेहद सुंदर है। इस नर्सरी में सभी छात्र-छात्राओं की कड़ी मेहनत रंग लाई है। जो पिछले 3 माह में बनकर तैयार हो गई है। छात्र छात्राओं ने नर्सरी को तैयार करने में दिन रात मेहनत की है।

जिसका नतीजा है कि मार्च माह में यह नर्सरी तैयार हो गई है। दरअसल बीएसएसी एग्रीकल्चर फाइनल ईयर के 60 छात्र छात्राओं ने कृषि काॅलेज के पीछे 6 पालीहाउस तैयार किए हैं। इसमें लगभग 14 छात्राएं और 44 छात्र शामिल हैं। ये सभी छात्र छात्राएं फाइनल ईयर में अध्ययनरत हैं। जिनके अप्रैल माह में फाइनल एग्जाम होंगे।

कॉलेज प्रबंधन के प्रोजेक्ट के अनुसार इन छात्र छात्राओं ने दिसंबर 2017 में नर्सरी तैयार करने की शुरूआत की थी। 6 पालीहाउस में नर्सरी को छात्र छात्राओं ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से तैयार कर लिया है। मार्च माह की शुरूआत में नर्सरी पूरी तरह से तैयार हो गई है। इस नर्सरी में फलों के पौधे तैयार किए गए हैं। सब्जियों के पौधे भी लगाए गए हैं।

खीरा, ककडी का प्रोडेक्शन किया गया है। टमाटर का प्रोडेक्शन किया गया है। वहीं नर्सरी में गुलाब, गेंदा, मिर्च की पौध तैयार की गई है। 3 माह में तैयार की गई यह नर्सरी काफी सुंदर हैं। लगभग एक पालीहाउस में 10 छात्र छात्राओं द्वारा नर्सरी को तैयार किया गया है। नर्सरी के लिए छात्र छात्राओं को कालेज प्रबंधन द्वारा बीज उपलब्ध्ा कराया गया। जिसके बाद छात्र छात्राओं ने अपनी मेहनत से 6 नर्सरियां अलग अलग तैयार की हैं।

बेहद उच्च क्वालिटी की तैयार की पौध

कॉलेज के छात्र छात्राओं ने बताया कि कृषि कालेज के कृषि वैज्ञानिक डा.बीके सिंह के निर्देशन में नर्सरी में बेहद उच्च क्वालिटी की पौध तैयार की गई है। अनार के बीज को सोलापुर से मंगाया गया है। सब्जियों के बीज को बनारस से मंगाया गया है। फूलों के बीज को काशी, बनारस से बुलवाया गया है। इसके अलावा अन्य फल, फूलों के लिए भी बाहर से उच्च क्वालिटी का बीज मंगाया गया है। जिसके माध्यम से सभी छात्रों ने नर्सरी को तैयार कर लिया है। इस पौध को छात्र छात्राओं द्वारा मण्डी या किसानों को भी काफी कम मूल्य पर उपलब्ध्ा कराया जाता है। ताकि वे इस पौध का बेहतर ढंग से लाभ उठा सकें।

अप्रैल माह में होगी इन छात्र-छात्राओं की परीक्षा

कॉलेज के बीएससी एग्रीकल्चर फाइनल ईयर के ये सभी स्टूडेंट अपनी अप्रैल माह में परीक्षा देंगे। सभी छात्र छात्राओं ने अपने शिक्षा और तजुर्वे के अनुभव को इस नर्सरी में सांझा किया है। छात्र छात्राओं ने बताया कि जो उन्होंने शिक्षा के दौरान ग्रहण किया है उसे ही अपनी मेहनत के माध्यम से साकार करने का प्रयास किया है। वे आगे भी ऐसे ही मेहनत और लगन से कार्य करते रहेंगे।

इन छात्र-छात्राओं ने की कड़ी मेहनत

कॉलेज में पालीहाउस में नर्सरी तैयार करने में 60 छात्र छात्राओं का विशेष योगदान रहा है। इसमें छात्रा ज्योति सिंह, चेतन दसोधी, चरण मेना, अमित परमार, आनंद ओझा, अर्चना चौधरी, अर्चना जजमे, बाबूलाल बरडे, अनिल मेहता, आशीष शर्मा, अभिषेक राजपूत, अंशुल राय, दौलत जामरे, देवकरन पटेल, जगदीश प्रजापति, गोविंद कर्मी, ज्ञानेन्द्र कुशवाहा, जुगलकिशोर प्रजापति, लाखन, करन चौहान, तुलसी प्रजापत, उमेश चन्द्रा, विनोद वर्मा, वीरेन्द्र यादव, विशाल रावत, पंकज, संतोष, शिवानी सुमन, प्रिंस कुमार जैन, प्रियंका अहिरवार, प्रियंका सिसौदिया, राकेश अहिरवार, राकेश कर्मी, राहुल गौर, राजेन्द्र वर्मा, रंजीत चौहान, रामेश्वर, राविन सिंह सहित कई छात्र छात्राएं शामिल हैं।

काफी कम दाम पर दी जाती है पौध

छात्र छात्राओं ने बताया कि नर्सरी में तैयार की गई पौध को किसानों को भी उपलब्ध कराया जाता है। यह पौध काफी कम दाम में उपलब्ध कराई जाती है। पौध का मूल्य एक स्र्पए से लेकर 15 से 20 स्र्पए और 70 स्र्पए तक रहता है। जो बेहद कम दाम में किसानों और जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराई जाती है। किसानों को ऐसी उच्चतम तकनीक का लाभ भी उठाना चाहिए|

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Source: Naiduniya