मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कृषि उपज मंडी समितियों में किसानों की उपस्थिति कम करने का फैसला लिया है. यही कारण है अब प्रदेश में समर्थन मूल्य पर रबी फसल बिक्री की प्रक्रिया में सरलीकरण किया गया है. बता दें अब किसान के घर से ही उनकी उपज खरीद कर उचित मूल्य देने का प्रयास शासन कर रहा है.
बता दें, जो भी किसान किसी कारण अपनी उपज मंडी में नहीं ला सकता उन्हें अपनी उपज का नमूना मंडी में लाकर चेक करना होगा उसके बाद विक्रेता स्वयं किसान के घर जाकर उपज खरीदेगा. बता दें, मंडी परिसर के बाहर किसान एवं व्यापारी आपसी सहमति से क्रय-विक्रय कर सकते हैं.
मध्य प्रदेश सरकार के एक कृषि अधिकारी ने बताया कि इस बार कुल फसल खरीदी का 81 प्रतिशत खरीद सौदा पत्रक के माध्यम से हुई है. सौदा पत्रक के माध्यम से सरकार किसान की फसल (उपज ) उसके घर से ही समर्थन मूल्य पर खरीदती है. अभी तक गत वर्ष की तुलना में दोगुना गेहूं खरीदा जा चुका है. पिछली बार इस समय तक तक 1.11 लाख मी.टन गेहूं खरीदा गया था जबकि इस बार लॉकडाउन भी लगा है फिर भी अभी तक 2 लाख 14 हजार मी.टन गेहूं खरीदा जा चुका है.
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: कृषि जागरण