खट्टर सरकार का दावा, हरियाणा में मिल रहा है गन्ने का सबसे ज्यादा रेट, इतने का भुगतान बाकी

April 27 2020

मनोहरलाल खट्टर सरकार में सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दावा किया है कि देश में गन्ने का सबसे अधिक दाम हरियाणा में मिल रहा है. गन्ने की अगेती किस्म के लिए 340 रुपये प्रति क्विंटल तथा अन्य के लिए 335 रुपये प्रति क्विंटल का रेट दिया जा रहा है. हालांकि एक सच ये भी है कि यहां पर 60643.22 लाख क्विंटल गन्ने का भुगतान अभी बाकी है. मंत्री ने बताया कि सहकारी चीनी मिलों व निजी क्षेत्र की चीनी मिलों का  2019-20 के सीजन के लिए कुल 207990.68 लाख क्विंटल गन्ने का भुगतान करना बनता है, जिसमें से 147347.46 लाख क्विंटल का भुगतान कर दिया गया है.

डॉ. लाल ने बताया कि हरियाणा की सहकारी व निजी क्षेत्र की चीनी मिलों ने सीजन 2019-20 में पिछले सीजन 2018-19 से अधिक चीनी रिकवरी प्राप्त की है. सीजन  2019-20 में  15 अप्रैल, 2020 तक 611.44 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर औसतन 10.45 प्रतिशत चीनी की रिकवरी प्राप्त की है. जबकि सीजन 2018-19 में 624.98 लाख क्विटंल गन्ने की पिराई कर औसतन 10.19 प्रतिशत चीनी की रिकवरी प्राप्त की थी.

चीनी मिल ने तैयार किया सैनेटाईजर

पानीपत की सहकारी चीनी मिल ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप को मद्देनजर रखते हुए अब तक 31 हजार लीटर सैनेटाईजर तैयार किया है. सरकार ने पानीपत एवं करनाल की चीनी मिलों से 17 लाख क्विंटल सरप्लस गन्ने को अन्य चीनी मिलों जैसे कि महम, जींद, नारायणगढ, भादसों एवं गोहाना में शिफ्ट किया है ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. प्रदेश के सारे गन्ने की पिराई सुनिश्चित हो.

गन्ना बकाया, हरियाणा में गन्ने का रेट, कृषि मंत्रालय, हिंदी में किसान न्यूज, किसान समाचार, हैंड सैनेटाइजर का उत्पादन, कोविड-19 हरियाणा में 340 रुपये क्विंंटल है गन्ने का रेट

किसानों की आय में वृद्धि का ये मॉडल

फरीदाबाद जिले के गांव मंझावली निवासी एक किसान मुकेश यादव ने हरियाणा सरकार को सुझाव दिया है कि जिन-जिन जिलों में प्रगतिशील किसानों ने अपनी खेती को एक मॉडल के रूप में विकसित किया है, वहां का दौरा अन्य किसान भी कुछ नया सीख सकते हैं. इस सलाह को मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मान लिया है. उन्होंने शुक्रवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिलें में 50 से 100 किसानों की एक सूची तैयार की जाए जो प्रगतिशील किसानों के मॉडल का अवलोकन करें तथा वे स्वयं भी इसे अपनाकर अपनी आय में वृद्धि करें.


इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी