इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के औषधीय विभाग के माध्यम से लगभग दो एकड़ में लगाए गए औषधीय पौधों की कटाई माह के अंत तक शुरू की जाएगी। विभाग के अधिकारियों के अनुसार एलोवेरा, खस, शतावर, लेमनग्रास, चंद्रसूर आदि फसलें कटने के लिए तैयार हो चुकी हैं। बढ़ती गर्मी को देखते हुए औषधीय फसलों को और अधिक समय तक खेत में नहीं रख सकते। फसल भी मौसम के अनुरूप तैयार हो चुकी है। इस माह के अंत में इनकी कटाई शुरू कर दी जाएगी। सूखने से पहले कटाई कर इनका तेल निकाला जाएगा। सिसे साबुन, तेल, इत्र, फेसवॉश और अन्य सौंदर्य प्रसाधन सामग्री बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
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स्रोत: नई दुनिया