ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव के लिए किसानों को दिया जाएगा अनुदान

October 30 2023

हर साल विभिन्न प्रकार के कीटों से किसानों की फसलों को काफी नुक़सान होता है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार कीट, खरपतवार, जीवाणु के कारण हर साल 35 प्रतिशत तक की फसल खराब हो जाती है। किसान अभी तक पारंपरिक तरीके से कीटनाशक का छिड़काव करते हैं। खुद से कीटनाशक का छिड़काव करने से इसके दुष्प्रभाव की जानकारी भी नहीं होती है। इससे पानी श्रम और पूँजी की भी बर्बादी होती है। साथ ही ड्रोन के उपयोग से कीटनाशक के छिड़काव से किसानों के स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव नहीं पड़ता है। किसान कम समय एवं कम लागत में ड्रोन की मदद से कीटनाशक का छिड़काव आसानी से कर सकते हैं। एक एकड़ में महज आठ से दस लीटर पानी में कीटनाशक के छिड़काव का काम पूरा हो सकता है। जिसको देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य में कीटनाशकों का छिड़काव ड्रोन से करवाने का निर्णय लिया है। सरकार इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान भी देगी। 

ड्रोन से कीटनाशक के छिड़काव पर दिया जाएगा अनुदान 

बिहार सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत रबी की खेती में ड्रोन से 38 हजार एकड़ में कीटनाशक छिड़काव का लक्ष्य तय किया है। कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर निबंधित किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं। पहले चरण में हर जिले में एक-एक हजार एकड़ में ड्रोन से कीटनाशक के छिड़काव की योजना है। सरकार प्रति एकड़ किसानों को 250 रुपए अनुदान देगी। अधिकतम 10 एकड़ तक के लिए एक किसान को ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव के लिए अनुदान दिया जाएगा। किसान तिलहन, दलहन के साथ आलू, मक्का एवं गेहूं पर कीटनाशक का छिड़काव करवा सकते हैं।

अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया जाएगा कीटनाशक का छिड़काव 

ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव के कार्य का सत्यापन कृषि विभाग के अधिकारियों की ओर से किया जाएगा। किसान को कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा किए गए अनुशंसित कीटनाशकों का छिड़काव करना होगा। कृषि समन्वयक पौधा सरंक्षण कर्मचारी, प्रखंड तकनीकी व सहायक प्रबंधक सत्यापन करेंगे। किसानों की माँग के अनुसार कृषि विभाग के कर्मी की उपस्थिति में कीटनाशक का घोल तैयार कर छिड़काव किया जाएगा। डीसीजीए की ओर से निबंधित ड्रोन से ही कीटनाशक का छिड़काव होगा। डिजिटल स्काई प्लेटफार्म पर रजिस्ट्रेशन कराए बिना ड्रोन का परिचालन नहीं होगा।

सभी जिलों में किया जाएगा ड्रोन से छिड़काव 

ड्रोन परिचालन के लिए कृषि विभाग ने एजेंसी का चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मानक संचालन प्रक्रिया एसओपी भी शीघ्र घोषित कर दी जाएगी। अधिकतम 10 एकड़ तक ड्रोन से छिड़काव पर सरकार ने अनुदान राशि तय कर दी है। सभी जिलों में एक-एक हजार एकड़ क्षेत्र में ड्रोन से छिड़काव किया जाएगा। अहम बात यह है कि ड्रोन की मदद से महज़ आठ-दस मिनट में एक एकड़ खेत में कीटनाशक के छिड़काव का काम पूरा हो जाएगा।

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स्रोत: किसान समाधान