खेत में इस मशीन का इस्तेमाल करें किसान, मेहनत और पैसे दोनों की होगी बचत, बढ़ेगी कमाई

June 11 2022

खेती-किसानी (Farming) को आसान बनाने के लिए हमारे वैज्ञानिक लगातार मेहनत करते रहते हैं. उनकी कोशिश होती है कि खेती में मशीनीकरण के उपयोग को बढ़ाकर किसानों (Farmers) से बोझ कम किया जाए. साथ ही मशीनों के उपयोग से समय और धन की बचत भी होती है. इसी दिशा में हमारे वैज्ञानिकों ने एक खास मशीन विकसित की है. इसके इस्तेमाल से वे समय के साथ-साथ लागत में कमी ला सकते हैं. इस मशीन का नाम लेजर लैंड लेवलर है. यह एक ऐसा उपकरण है, जिसमें लेजर किरणों का प्रयोग कर ऊंची-नीची भूमि को सटीक एवं प्रभावी ढंग से समतल किया जाता है. यह ऊंची जमीन की मिट्टी को काटकर नीची जमीन पर भर देता है. इसके इस्तेमाल से किसानों के लिए समतलीकरण करना और भी आसान हो गया है.
बीसा के वैज्ञानिक और पूसा के प्रभारी डॉ राजकुमार जाट ने बताया कि मशीन में संयुक्त कंप्यूटराइज्ड तकनीकऔर ट्रांसमीटर खेत की समतलीकरण के विधि को आसान बना देता है. इसमें लगा ट्रांसमीटर व स्केल खेत के विभिन्न हिस्सों की ऊंचाई व निचाई को चिह्नित कर यह स्पष्ट कर देता है कि खेत में कहां और कितनी मिट्टी अधिक या कम है. इससे पहले खेत की औसत उंचाई निकालनी होती है, जिसके बाद निचले स्थानों पर मिट्टी भर कर खेत को समतल किया जाता है. डॉ राजकुमार जाट ने बताया कि समतल खेत में कम पानी से भी सिचाई सही ढंग से और एक समान होती है और इससे खरपतवार की मात्रा में कमी आती है.
इस मशीन के फायदे

  •     फसल की जल उपयोग दक्षता बढ़ती है.
  •     फसल की उपज एवं दाने की गुणवत्ता में वृद्धि होती है.
  •     फसल का जमाव एक जैसा होता है.
  •     खेत में खरपतवारों की समस्या कम होती है.
  •     खरपतवार नियंत्रण के लिए श्रमिक लागत में भी कमी आती है.
  •     फसल एक साथ परिपक्व होती है.
  •     खेत के अलग-अलग हिस्सों में पटवन के लिए मेड़ बनाने की जरुरत नहीं पड़ती है.
  •     पानी की आवश्यकता कम होती है एवं 30 से 40 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है.

ऐसे होता है समतलीकरण
बड़े ढेले बनने से रोकने के लिए उपयुक्त नमी पर खेत की जुताई करें. खेत के सतह से फसल एवं खरपतवार अवशेष को हटा देना चाहिए.
खेत के ऊपरी व निचले हिस्सों को चिन्हित करें और लेजर लैंड लेवलर में लगे ट्रांसमीटर व स्केल ( रेडआई ) द्वारा खेत के विभिन्न हिस्सों की ऊंचाई निचाई को मापें व चिन्हित करें. मापी गई सभी ऊंचाई से खेत की औसत ऊंचाई निकालें. इससे यह पता चलता है कि समतलीकरण के दौरान खेत में मिट्टी को कहां से कहां ले जाना है.
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स्रोत : tv9