हरियाणा में किसानों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देने की शुरुआत की जा चुकी है. इस काम में जुटी हुई हैं हरियाणा की पहली महिला ड्रोन पायलट निशा सोलंकी. उन्होंने एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में स्नातक किया हुआ है. वह MHU के साथ जुड़कर किसानों के खेतों में जाकर डेमोन्स्ट्रेशन दे रही हैं.
पानी और कीटनाशक की कम होगी खपत
निशा सोलंकी के मुताबिक किसान ड्रोन से स्प्रे करके न केवल भारी मात्रा में पानी की बचत कर सकते हैं. साथ ही मित्र कीटों को बचा सकते है. जहां एक एकड़ में परपंरागत करती से सप्रे करने पर 200 लीटर पानी की आवश्यकता होती है. यहीं काम ड्रोन से करने से मात्र 10 लीटर की खपत होगी. ड्रोन से कीटनाशक का स्प्रे करने पर भी किसानों को फायदा होगा. विशेषज्ञों के अनुसार बड़ी फसलें जैसे बाग, गन्ना, ड्रोन से स्प्रे करना काफी आसान हो जाएगा.
किसानों को मिलेगा लाइसेंस
निशा के मुताबिक महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविघालय करनाल में आरपीटीओ शुरू होगा. यहां पर किसानों को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण देने के बाद पायलट का लाइसेंस दिया जाएगा, इसके बाद वे खेतों में ड्रोन का उपयोग कर सकेंगे. इससे खेती-किसानी में काफी परिवर्तन आएगा