किसानों को लोन मिलने में आसानी, केंद्र सरकार की पहल JanSamarth का करें इस्तेमाल

June 16 2022

खेती से जुड़े किसान बड़ी संरचना बनाने के लिए अक्सर पैसों की तंगी से जूझते हैं। केंद्र सरकार किसानों को लोन देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। लोन आसानी से लिया जा सके, इसी का विकल्प है जनसमर्थ पोर्टल (jansamarth portal)। इस पोर्टल पर केंद्र सरकार की 13 क्रेडिट लिंक्ड स्कीम का लाभ मिलेगा। किसानों को एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए तीन स्कीम के तहत लोन मिल सकते हैं। जिस उद्देश्य के लिए आपको पैसों की जरूरत है, इसकी जांच ऑनलाइन हो सकती है। जानिए JanSamarth Portal की उपयोगिता और कैसे मिल सकते हैं लोन के पैसे।

फसल की कटाई के बाद लोन

खेती-किसानी से जुड़ी संरचना के विकास के लिए लोन लेने के लिए सरकार ने तीन स्कीम पेश की हैं। एग्री इन्फ्रास्ट्रक्चर लोन (Agri Infrastructure Loan) के तहत किसान फसलों की कटाई के बाद उनका प्रबंधन करने और खेती से जुड़े सुझाव लेने के लिए लोन का आवेदन दे सकते हैं। तीन योजनाओं के तहत लोन लिए जा सकते हैं :

  • एग्री क्लिनिक्स एंड एग्री बिजनेस सेंटर स्कीम (ACABC)
  • एग्रीकल्चरल मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रकचर (AMI)
  • एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF)

सिंगल विंडो फैसिलिटी !

दरअसल, पीएम मोदी ने गत 6 जून को JanSamarth Portal लॉन्च किया था। सरकार के मुताबिक इस पहल का मकसद एक ही पोर्टल पर 13 सरकारी योजनाओं का लाभ मुहैया कराना है। वित्त मंत्रालय के अनुसार, जनसमर्थ पोर्टल सिंगल विंडो फैसिलिटी जैसी है। इस पोर्टल पर 13 सरकारी योजनाओं के तहत लोन के आवेदन जमा किए जा सकते हैं।

एग्री क्लिनिक्स एंड एग्री बिजनेस सेंटर स्कीम (ACABC) इस स्कीम का लाभ लेने के लिए तय शर्तों में कहा गया है कि लाभार्थी को खेती या संबंधित विषयों में डिप्लोमा होल्डर, ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट होना चाहिए। लोन लेने से पहले नोडल ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण पूरा करना होगा। व्यक्तिगत लोन ले रहे हैं तो अधिकतम 20 लाख रुपये मिलेंगे। समूह में किसी परियोजना पर काम करने का प्लान है तो अधिकतम एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी। अनुसूचित जाति या जनजाति के लोगों को NABARD की ओर से मार्जिन मनी दिए जाने का प्रावधान किया गया है। स्कीम की और अधिक जानकारी के लिए JanSamarth पोर्टल पर जाएं।

एग्रीकल्चरल मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रकचर (AMI) फल, सब्जी, दूध, मांस और अनाज जैसी कई अन्य वस्तुओं की प्रोसेसिंग के लिए इस योजना के तहत लोन लिया जा सकता है। खेती के बाद कई बार किसानों के पास सरप्लस मात्रा में अनाज व अन्य वस्तुएं जमा हो जाता हैं। ऐसे में AMI स्कीम के तहत उत्पादों की मार्केटिंग और उसके लिए जरूरी बुनियादी संरचना विकसित करने के लिए सरकार आर्थिक मदद मुहैया कराती है। एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) फसल की कटाई के बाद AIF स्कीम के तहत किसानों को बुनियादी ढांचा निर्माण के लिए लंबी अवधि का लोन दिया जाता है। इस स्कीम के तहत व्यक्तिगत किसानों के अलावा प्राथमिक कृषि ऋण समिति (PACS), किसान उत्पादक संगठन (FPO) और कृषि स्टार्टअप को आर्थिक मदद मुहैया कराई जाती है।

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स्रोत : oneindia