चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई में राज्य सरकार ने हरियाणे में किसान मित्र योजना का प्रारूप तय कर दिया है। इसके तहत किसानों को वित्तीय लेन-देन में दक्ष बनाया जाएगा। योजना बैंकों की साझेदारी से कम से कम 1 हजार किसान एटीएम स्थापित करने की भी है। ऐसे हर एटीएम के दायरे में आने वाले गांवों और उनके किसानों के लिए एक-एक किसान मित्र नियुक्त किया जाएगा।
हरियाणा जनसंपर्क एवं सूचना विभाग द्वारा बतााया गया कि, पहले चरण में 1 हजार किसान मित्र नियुक्त करने की तैयारी है। एक अधिकारी ने कहा कि, प्रदेश के किसानों को वित्तीय लेनदेन और तकनीक में दक्ष करने के लिए किसान मित्र नियुक्त होंगे। उन्होंने बताया कि, प्रदेश में करीब साढ़े सात हजार गांव और 20 लाख किसान हैं। राज्य सरकार हर तरह का लेनदेन आनलाइन तथा बैंकों के जरिये कर रही है। इस बार गेहूं खरीद का तमाम पैसा भी किसानों के ही खाते में जाएगा। लिहाजा किसानों को वित्तीय लेनदेन में किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े, उसके लिए किसान मित्र उनकी मदद करेंगे।
किसानों के संदर्भ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया है कि यह योजना किसानों के सशक्तीकरण के लिहाज से वित्तीय सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा सरकार की सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। किसान मित्र संबंधित गांवों के किसानों को बैंक या एटीएम से नकदी निकालने, नकदी जारी कराने, बैंक में शेष बची राशि की जानकारी हासिल करने, बैंक के एटीएम का पिन बदलने और नया पिन बनाने की तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराएंगे। कई बार बैंक या एटीएम से पैसा निकालने के बाद किसान को पता नहीं चल पाता कि उसके खाते में कितना पैसा बाकी बचा है। एटीएम के जरिये मिनी स्टेटमेंट निकालने, चेक बुक के लिए अनुरोध करने, आधार नंबर का अपडेशन, ऋण के लिए अनुरोध, मोबाइल नंबर का अपडेशन, समस्याओं का पंजीकरण तथा फीड बैक के लिए अपनी बात रखने के तरीकों की जानकारी भी किसानों को मिलेगी।
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स्रोत: oneindia