किसानों को जूट बीज मुहैया कराने हुआ एमओयू

August 21 2020

देश में कच्चे जूट के उत्पादन और उत्पादकता में सुधार करने के प्रयास के तहत वस्त्र मंत्रालय, भारतीय पटसन निगम (जेसीआई) के माध्यम से किसानों को जूट के प्रमाणित बीज उपलब्ध कराएगा। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत एक केन्द्रीय उद्यम, राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) जेसीआई को इन गुणवत्तापूर्ण व प्रमाणित बीजों की आपूर्ति  करेगा। इस संबंध में जेसीआई और राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वर्चुअल मोड के माध्यम से समझौता ज्ञापन के हस्ताक्षर कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें दोनों संगठनों के सीएमडी भी मौजूद थे। समझौता ज्ञापन, वर्ष 2021-2022 में जेसीआई के माध्यम से प्रमाणित जूट के बीज का वितरण सुनिश्चित करेगा।    

इस अवसर पर केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने किसानों को प्रमाणित जूट बीज प्रदान करने के लिए कृषि मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय के बीच हुए तालमेल के लिए आभार व्यक्त किया, जिसकी शुरुआत तीन साल पहले हुई थी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष फरवरी में घोषित राष्ट्रीय तकनीकी कपड़ा मिशन में जूट और जूट वस्त्र उत्पादों के लिए एक विशेष प्रावधान है।

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय बीज निगम और भारतीय पटसन निगम (जेसीआई) के बीच समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने जूट किसानों को कम लागत पर अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने में राष्ट्रीय बीज निगम के कार्य की सराहना की। श्री तोमर ने देश में कच्चे जूट के उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार के महत्व पर जोर दिया

समझौता ज्ञापन के परिणामस्वरूप, 2021-22 फसल वर्ष के लिए जेसीआई 10,000 क्विंटल जूट के जेआरओ – 204 किस्म के प्रमाणित बीज वितरित करेगा। इस पहले वाणिज्यिक वितरण के लिए जेसीआई द्वारा राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) से प्रमाणित बीज खरीदे जाएंगे। इससे 5-6 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे, नकली बीज के बाजार में भारी कमी आएगी और जेसीआई के राजस्व में वृद्धि होगी।

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स्रोत: Krishak Jagat