किसानों के लिए लॉन्च किया गया नैनो लिक्विड डीएपी उर्वरक

April 27 2023

केंद्रीय गृह और सहकार‍िता मंत्री अम‍ित शाह ने कहा क‍ि नैनो डीएपी की कीमत 600 रुपये है जो कि डीएपी के सामान्य बोरी के दाम से आधे से भी कम है। इसकी 500 एमएल की एक बोतल पारंपरिक डीएपी के लगभग एक बोरी की आवश्यकता को पूरा कर सकती है। बीस साल तक तरल यूरिया और तरल डीएपी की कहीं भी बिक्री होने पर 20 फीसदी रॉयल्टी इफको को मिलेगी।अमित शाह ने कहा है कि नैनो डीएपी लिक्विड के 500 एमएल की बोतल में नाइट्रोजन 8% एवं फास्फोरस 16% है, जिसकी वजह से यह लगभग एक बोरे पारंपरिक डीएपी को रिप्लेस करेगा। इफको द्वारा नैनो डीएपी की 18 करोड़ बोतल के उत्पादन के द्वारा वर्ष 2025-26 तक 90 लाख मीट्रिक टन पारंपरिक डीएपी को कम किया जा सकता है। अधिकतर फसलों में नैनो डीएपी की 500 मिली की एक बोतल पारंपरिक डीएपी के लगभग 1 बोरी की आवश्यकता को पूरा कर सकती है। शाह बुधवार को नई दिल्ली के साकेत स्थित इफको सदन में इफको नैनो डीएपी लिक्विड को राष्ट्र को समर्पित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में उर्वरक का कुल उत्पादन 384 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है।  जिसमें से सहकारी समितियों ने 132 लाख मीट्रिक टन का योगदान दिया है। इसमें से भी 90 लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन अकेले इफको ने किया है.।लिक्विड डीएपी की मदद से किसान न केवल मिट्टी की रक्षा कर सकता है, बल्कि पारंपरिक खादों से मानव स्वास्थ्य पर मंडरा रहे खतरे को भी कम कर सकता है। उन्होंने कहा कि इफको ने नैनो यूर‍िया और नैनो डीएपी के ल‍िए लगभग 20 वर्ष का पैटेंट रजिस्टर किया है, जिससे पूरे विश्व में 20 साल तक तरल यूरिया और तरल डीएपी की कहीं भी बिक्री होने पर 20 फीसदी रॉयल्टी इफको को मिलेगी। शाह ने कहा क‍ि अगस्त 2021 में नैनो यूरिया की मार्केटिंग शुरू हुई थी और मार्च 2023 तक लगभग 6.3 करोड़ बोतलों का निर्माण किया जा चुका है।इससे  6.3 करोड़ यूरिया के बैग की खपत और इनके आयात को कम कर दिया गया है। देश के राजस्व व फॉरेन करेंसी की बचत हुई है, यह बहुत बड़ा क्रांतिकारी कदम और एक बड़ी सफलता की कहानी है।

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: किसान तक