पथरीली जमीन में खेती कर कृषि को बनाया लाभ का धंधा

February 09 2022

जिले के मोहखेड विकासखंड के ग्राम बीसापुर खुर्द के किसान कमल पाठे अपनी पथरीली जमीन में सुधार करके आधुनिक तकनीकी से खेती कर रहे हैं और उन्होंने खेती को लाभ का धंधा बना लिया है। अपनी जमीन पर नवीन तकनीकी से कई तरह की फसलें लेते हुए लाखों रुपए कमा रहे हैं। इस वर्ष उन्हें खेती से लगभग 50 लाख रुपये की शुद्ध आय प्राप्त होने की संभावना है। खेती के समन्वित कृषि माडल से खेती कर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है और अन्य कृषकों के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है। किसान श्री पाठे को आत्मा परियोजना के अंतर्गत सर्वोत्तम कृषक का ईनाम प्राप्त हुआ है और कृषि विज्ञान केंद्र छिंदवाड़ा द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है।

आधुनिक तकनीक का उपयोग

किसान के पास 10 हेक्टेयर भूमि है। उन्होंने अपनी पथरीली भूमि में सुधार कर बेड बनाकर आधुनिक तकनीकी का उपयोग करते हुए मल्चिंग और ड्रिप सिंचाई से शिमला मिर्च, टमाटर, अरहर, गेहूं, चना, अदरक, मक्का, सरसों, मिर्च, धनिया, पालक आदि कई प्रकार की फसलों का विपुल उत्पादन ले रहे हैं और खेती में नवाचार कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं।

लाखों रुपये की सब्जी बेची

किसान कमल पाठे ने इस वर्ष आठ एकड़ में शिमला मिर्च, 6 एकड़ में टमाटर, 3 एकड़ में अदरक, 3 एकड़ में गेहूं, 2 एकड़ में चना और शेष भूमि में अन्य फसलें लगाई है, जिसमें से शिमला मिर्च से लगभग 17 लाख रुपये, टमाटर से लगभग 22 लाख रुपये और अन्य फसलों से लगभग 11 लाख रुपये की आय संभावित है। उनके समन्वित कृषि माडल से हर मौसम में फसल से आय संभव है, इसलिए उनकी खेती को देखकर क्षेत्र के कई किसान प्रेरित होकर उनका माडल अपना रहे हैं।

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स्रोत: Nai Dunia