रबी के सीजन में जब गेहूं की बुवाई चल रही थी तब इंदौर जिले के साथ ही मालवा के नीमच क्षेत्र में भी कुछ किसानों ने काले गेहूं की बोवनी की थी। क्षेत्र में पहली बार बोए गए इस काले गेहूं को लेकर किसानों को जिज्ञासा थी कि उत्पादन कैसा रहेगा। लेकिन अब इस काले गेहूं के उत्पादन ने यह खुलासा कर दिया है कि इसका उत्पादन सामान्य गेहूं की तरह ही हुआ है।
श्री गोविन्द ने यह भी बताया कि इस काले गेहूं को बोने की प्रेरणा कृषक जगत में छपी खबर से ही मिली। वे कृषि में हमेशा कुछ नया करने को सदैव तत्पर रहते हैं। काले गेहूं की रोटी के स्वाद के बारे में उन्होंने बताया कि अभी इसका आटा तैयार नहीं किया है। इसलिए स्वाद के बारे में नहीं बता सकता। लेकिन नाबी रिसर्च सेंटर से यह बताया गया था कि इस काले गेहूं का आटा थोड़ा भूरा रहेगा और इसका स्वाद सामान्य गेहूं जैसा ही रहेगा।
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स्रोत: कृषक जगत