केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कृषि मार्केटिंग को मजबूत करने के लिए सोमवार को 10 राज्यों की 177 मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) से जोड़ दिया. किसानों को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपनी फसल की उपज बेचने की सुविधा मिलेगी. किसान घर बैठे ऑनलाइन अपने उत्पाद बेच सकते हैं. सोमवार को गुजरात की 17, हरियाणा की 26, जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बंगाल की 1-1, केरल की 5, महाराष्ट्र की 54, ओडिशा की 15, पंजाब की 17, राजस्थान की 25 और तमिलनाडु की 13 मंडियों को e-NAM से जोड़ा गया. प्रधानमंत्री की ‘वन नेशन वन मार्केट’ की संकल्पना को पूरा करने के लिए 18 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 962 ई-मंडियों हो गईं हैं.
मंत्री ने इन मंडियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुरुआत की. तोमर ने कहा कि किसानों (Farmer) को लाभ पहुंचाने के लिए ई-नाम (e-Nam) को और मजबूत करने के प्रयास किए जाने चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों के लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के महत्वाकांक्षी उपयोग के रूप में ई-नाम पोर्टल की परिकल्पना की गई है. 1 मई 2020 को 7 राज्यों की 200 मंडियों को इससे जोड़ा गया था.
इस प्लेटफॉर्म पर 9 मई तक कुल 3.43 करोड़ मीट्रिक टन और संख्या में 37.93 लाख (बांस और नारियल) का कारोबार किया गया, जिसका सामूहिक मूल्य 1 लाख करोड़ रूपये से अधिक है. इसके जरिए 708 करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट की गई. जिससे 1.25 लाख से अधिक किसानों को फायदा हुआ. यह प्लेटफार्म राज्य की सीमाओं से परे व्यापार की सुविधा देता है.
वर्तमान में इस पर खाद्यान्न, तिलहन, रेशे, सब्जियों और फलों सहित 150 वस्तुओं का व्यापार किया जा रहा है. इस प्लेटफॉर्म पर 1,005 से अधिक किसान उत्पादक संगठन (FPO) रजिस्टर्ड हैं. इसने 7.92 करोड़ रुपये मूल्य की 2900 मीट्रिक टन कृषि उपज का कारोबार किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra modi) ने 14 अप्रैल 2016 इस इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल की शुरुआत की थी.
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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी