यूपी सरकार की प्याज किसानों को बड़ी मदद

May 21 2018

 देश में अक्सर आपने प्याज के दाम जरूरत से ज्यादा बढ़ने या फिर जरूरत से ज्यादा गिरने पर हाहाकार मचते देखा होगा। अगर दाम ज्यादा बढ़े, तो मीडिया रोना शुरु कर देता है और अगर दाम लागत से भी ज्यादा नीचे गिरे तो किसान बेचारा सड़क पर इनको फेंककर अपनी किस्मत पर रोना रोता है। लेकिन इनमें से कोई भी इस समस्या के समाधान के बारे में बात नहीं करता।

मौजूदा समस्या क्या है

प्याज के खेती करने वाले किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या है इसके भंडारण की सही व्यवस्था की भारी कमी। यूपी-महाराष्ट्र राज्यों समेत देश कई हिस्सों में बहुत बड़े स्तर पर प्याज की पैदावार होती है, लेकिन इसके भंडारण को लेकर काफी समस्याएं आती हैं। कई बार ऐसा होता है कि सही कीमत मिलने के इंतजार में बड़ी मात्रा में स्टोर करके रखे गए प्याज रखे-रखे सड़ जाते हैं जिससे किसानों को काफ़ी नुकसान होता है।

नया समाधान क्या है

इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मॉडल तैयार किया गया है, जिसमें प्याज रखने पर 4 से 6 महीने तक नहीं सड़ेगा।

अच्छी बात ये है कि इस तरह के प्याज भंडारण गृह को किसान आसानी से खुद बना सकते हैं। और भी ज्यादा अच्छी बात ये है कि इसे बनाने के लिए सरकार उन्हें सब्सिडी भी देती है।

क्या है आदर्श भंडारण गृह मॉडल  और कैसे बनता है

इस मॉडल को आदर्श भंडारण गृह का नाम दिया गया है। इसकी खासियत यह है कि इसकी निचली सतह ईंट से बनी होती है और लगभग 1 मीटर की दीवार चारों तरफ से खड़ी की जाती है। इससे बारिश के मौसम में भी प्याज को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। साथ ही जानवरों के घुसने की भी कोई खतरा नहीं रहता है। 1 मीटर की पक्की दीवार के बाहर पूरा ढांचा बांस का होता है।

जालीनुमा होने के कारण इसमें पर्यात हवा आती रहती है जो वेंटीलेटर का काम करता है। इससे स्टोर के अंदर प्याज को ताजा बनाए रखने के लिए उचित तापमान बना रहता है। इसमें कई रैक बनी रहती हैं जहां प्याज के बोरे थोड़ी थोड़ी दूरी पर रखे जाते हैं ताकि उनमें सड़न या रोग न लगे।

प्याज के बोरो को समय-समय पर पलटने की भी ज़रुरत होती रहती है। इसके साथ ही उनकी छंटाई भी करनी होती है। तभी वे सही तरीके से रखा जा सकता है।

इसकी लागत क्या है

आदर्श भंडारण लगभग 40,000 रुपए में तैयार होता है। लेकिन इस पर कुछ राज्य सरकारें सब्सिडी भी देती है। सब्सिजी 50 प्रतिशत होती है।

यूपी में उद्यान और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के मुताबिक “लगभग 25 टन तक इस नए भंडारण गृह में प्याज का भंडारण किया जा सकता है। इसके लिए सरकार की तरफ से मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवेलेप्मेंट ऑफ हार्टीकल्चर की योजना के तहत 25 टन की क्षमता वाले प्याज भंडारण गृह के निर्माण पर ही किसानों को 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा।”

इस योजना के तहत भंडारण गृह बनवाने पर सब्सिडी की धनराशि किसान के बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के जरीए सीधे भेजी जाती है यानी बिचौलियों का कोई चक्कर नहीं।

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह कहानी अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है| 

Source: Kisan Khabar