बागवानी फसलों का उत्पादन 30 करोड़ टन होने का अनुमान – तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान

September 04 2017

By: Krishak Jagat, 4 September 2017

नई दिल्ली। देश में बागवानी फसलों का उत्पादन फसल वर्ष 2016-17 में रिकॉर्ड 30 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया गया है। गत दिनों जारी तीसरे अग्रिम अनुमान में यह आंकड़ा जारी किया गया है। यह पिछले साल से करीब 4.8 फीसदी अधिक है। इस रिकॉर्ड उत्पादन की बदौलत लगातार पांचवें साल बागवानी फसलों का उत्पादन खाद्यान्न उत्पादन से अधिक रहेगा। इस महीने के प्रारंभ में जारी चौथे अनुमान के मुताबिक चालू फसल वर्ष में खाद्यान्न उत्पादन करीब 27.6 करोड़ टन रहेगा।

वर्ष 2016-17 में बागवानी फसलों का कुल रकबा भी पिछले साल की तुलना में 2.6 फीसदी बढ़कर 251 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है। वर्ष 2004-05 से वर्ष 2016-17 के बीच देश में बागवानी फसलों का रकबा 34.22 फीसदी बढ़ा है, जबकि बागवानी उत्पादन करीब 80 फीसदी बढ़ा है। वहीं इस अवधि में खाद्यान्न के उत्पादन में 39.4 फीसदी इजाफा हुआ है। बागवानी फसलों की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता भी खाद्यान्न से अधिक रही है। हालांकि विशेषज्ञों ने कहा कि इन दोनों की तुलना नहीं की जानी चाहिए क्योंकि दोनों के उत्पादन पैटर्न में अंतर है। बागवानी उत्पादन में उछाल के साथ पर्याप्त प्रसंस्करण और भंडारण क्षमताओं में इजाफा नहीं हुआ है। उचित बाजार न होने से यह देखा गया है कि भारी खपत वाली बागवानी फसलों के उत्पादन में मामूली बढ़त या कमी से कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव आता है।

इस साल भी भारी उत्पादन के कारण प्याज के दाम बहुत ज्यादा गिर गए थे, लेकिन खरीफ की खड़ी फसल को नुकसान के कारण अचानक इसके दाम बढ़ गए। इसी तरह अप्रैल से जून के बीच टमाटर के दाम रिकॉर्ड निचले स्तर पर रहे और इसी अवधि में आलू के दामों में भी भारी गिरावट रही। प्याज, टमाटर और कुछ हद तक आलू की कीमतों में भारी गिरावट के कारण देशभर में किसानों ने आंदोलन किए।

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