भोपाल। राज्य में खरीफ फसलें लहलहा रही हैं। मौसम की अनुकूलता एवं समय-समय पर पानी की बौछारों के कारण उत्पादन बेहतर होने का अनुमान है। खरीफ में 131 लाख 40 हजार हे. में बोनी कर ली गई है। अब केवल कीटों से फसल को सुरक्षित रखने के प्रयास में किसान जुटा हुआ है। इसके लिए कृषि विभाग ने भी राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया है जहां किसान अपनी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
प्रदेश में खरीफ फसलें बेहतर स्थिति में हैं अब तक अत्यधिक जल भराव, कीट व्याधि की कोई खबर नहीं है। कंट्रोल रूम से किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा रहा है।
यह नियंत्रण कक्ष सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक कार्य कर रहा है। इसका फोन नं. 0755-2558823 है। राज्य में अब तक 5 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है जबकि 36 जिलों में सामान्य वर्षा हुई है इसके साथ ही 10 जिलों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक इस वर्ष प्रदेश में धान 21.06 लाख हेक्टेयर, मक्का 13.36, तुअर 6.25, उड़द 14.9, सोयाबीन 53.18 एवं कपास 6.68 लाख हेक्टेयर में बोई गई है। गत वर्ष इस अवधि में 122 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी।
मौसम विभाग के मुताबिक इस सीजन में सबसे अधिक वर्षा 914.5 मि.मी. उमरिया जिले में हुई है तथा सबसे कम 456 मिलीमीटर वर्षा अलीराजपुर में दर्ज की गई है।
दूसरी तरफ प्रदेश के प्रमुख 22 जलाशयों में जलस्तर अब भी कम बना हुआ है। इसके बावजूद बरगी डेम के 7, राजघाट के 5, कुण्डलिया के 3 और थान सुजारा के 5 गेट खोले जाने की खबर है।
सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिले- नीमच, भिंड, खंडवा, बुरहानपुर और दतिया है।
सामान्य वर्षा वाले जिले- बड़वानी, रतलाम, मंदसौर, उमरिया, झाबुआ, सिंगरौली, खरगोन, मुरैना, सीधी, इंदौर, रायसेन, उज्जैन, सीहोर, शिवपुरी, टीकमगढ़, आगर-मालवा, जबलपुर, शाजापुर, भोपाल, गुना, कटनी, विदिशा, श्योपुरकला, धार, दमोह, हरदा, होशंगाबाद, मण्डला, नरसिंहपुर, राजगढ़, ग्वालियर, अशोकनगर, शहडोल, देवास सिवनी और रीवा हैं।
कम वर्षा वाले जिले- छिंदवाड़ा, अलीराजपुर, सागर, पन्ना, डिंडोरी, छतरपुर, अनूपपुर, सतना, बैतूल और बालाघाट हैं।
Source: Krishak Jagat