दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में लगातार पराली जलाने के फलस्वरूप उत्पन्न समस्याओं के निदान हेतु कई बड़े फैसले लिए जा रहें हैं। जहां एक तरफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पराली जलाने के लिए राज्य सरकारों को किसानों के मध्य जागरुकता फैलाने के निर्देश दिया गया। तो वहीं पराली प्रबंधन के लिए अपनी अलग-अलग राय प्रस्तुत कर रहें हैं। इस बीच केंद्र ने एनटीपीसी को सुझाव दिया है कि खेत से फसल अवशेष को खरीद कर बिजली बनाने में उपयोग किया जाए।
यह सुझाव सीएसई द्वारा किए गए अध्ययन के फलस्वरूप लिया गया ताकि फसल अवशेष का इस्तेमाल कर इसके जलाने की परंपरा पर काबू किया जा सके। सिंह के मुताबिक किसान एक एकड़ के मध्य किसान 11000 रुपए तक कमा सकते हैं। साथ ही किसानों के लिए अवशेष के लिए एक नया बाजार स्थापित हो सकेगा।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह कहानी अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|
Source: Krishi Jagran