थ्रिफ्स का हमला 20 फीसदी तक घटा देता है नरमा की पैदावार

July 28 2018

हरियाणा, पंजाब, राजस्‍थान, मध्‍यप्रदेश और उत्‍तर प्रदेश में नरमा (कॉटन) की फसल की बिजाई हुए अब लगभग दो महीने हो चुके हैं। रस चूसक कीटों का हमला अब नरमा की फसल पर शुरू हो चुका है। कहीं-कहीं अब थ्रिफ्स भी नरमा में पैदा होनी शुरू हो चुकी है। थ्रिफ्स एक रसचूसक कीट है। पिछले कुछ सालों में नरमा को इसने काफी नुकसान पहुंचाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस रसचूसक कीट को नियंत्रित न किया जाए तो यह फसल को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है। अगर इसका एक बार भी हमला हो जाए तो यह 20 फीसदी तक पैदावार घटा सकता है।

क्‍या है थ्रिफ्स

थ्रिफ्स एक रसचूसक कीट है। यह नरमा के पत्‍तों के पिछले हिस्‍से में रहता है। यह भूरे रंग का बहुत छोटा जीव है। गौर से देखने पर ही यह दिखाई देता है। यह पत्‍ते के पिछले हिस्‍से में बनी नाडियों पर हमला करता है। यह पत्‍ते का रस चूसता है। इसके हमले से पत्‍ता रूखा हो जाता है। पत्‍ता उठा हुआ नजर आता है। ज्‍यादा हमला होने पर पत्‍ता किनारों से मुड़ जाता है और पत्‍ते का रंग भूरा होने लगता है।

कैसे करें इलाज

थ्रिफ्स को नियंत्रित करने के लिए बाजार में कई कीटनाशक उपलब्‍ध हैं। थ्रिफ्स से बचाव के लिए सबसे जरूरी है नरमा की फसल का रोजाना निरीक्षण। अपने खेत का अच्‍छे से रोजाना निरीक्षण करें। पत्‍तों को उलट कर देखें। खेत के चारों कोनों में कम से कम 10-10 पौधों की जांच करें। अगर आपको थ्रिफ्स दिखाई दे तो ही स्‍प्रे करें।

एक बात का और ध्‍यान रखें कि अगर किसी-किसी पौधे के पत्‍ते पर एक या दो ही थ्रिफ्स दिखाई तो कीटनाशक का छिड़काव न करें। इंतजार करें और चार-पांच दिन तक यह देखें की क्‍या थ्रिफ्स की संख्‍या में बढोतरी हो रही है। अगर संख्‍या दो से बढ रही है तो ही दवा का छिड़काव करें।

कब ज्‍यादा पैदा होती है थ्रिफ्स

थ्रिफ्स के हमले से पत्‍ते के पिछले भाग कुछ ऐसा हो जाता है। 

वैसे तो थ्रिफ्स कभी भी नरमा में पैदा हो सकती है लेकिन अगर वातावरण में सूखापन ज्‍यादा हो तो थ्रिफ्स का हमला ज्‍यादा होता है। बारिश न होने पर गर्मी अगर ज्‍यादा पड़ रही तो यह तेजी से फैलती है। बारिश होने पर यह काफी हद तक नियंत्रित हो जाती है। थ्रिफ्स का हमला नरमा में नरमा का कद करीब तीन फुट हो जाने पर एक बार जरूर होता है।

कौन सा कीटनाशक डालें

थ्रिफ्स पर नियंत्रण पाने के लिए बाजार में बहुत से कीटनाशक उपलब्‍ध हैं। सबसे प्रभावी कीटनाशक फिफ्रोनिल 0.5 प्रतिशत है। बॉयर कंपनी का रिजेंट नाम से आना वाला फिफ्रोनिल बहुत ज्‍यादा बिकता है। इसके अलावा Insecticides India limited सार्जेंट नाम से फिफ्रोनिल बेचती है। पारिजात एग्रोकैमिकल्‍स कंपनी का MORTEL SC नाम से फिफ्रोनिल बाजार में उपलब्‍ध है। लगभग हर कंपनी फिफ्रोनिल बनाती है। इसलिए किसान भाई किसी भी अच्‍छी कंपनी की दवा लेकर प्रति एकड़ 250 ग्राम दवा का छिड़काव थ्रिफ्स के नियंत्रण के लिए कर सकते हैं।

Source: Infopatrika