खरीफ सीजन में बाजरे और ग्वार की बुवाई होगी सबसे अधिक

May 14 2018

मानसून में समय रहते राजस्थान प्रदेश के कृषि विभाग खरीफ के सीजन की तैयारियां पूरा कर लेना चाहता है. इसी के मद्देनजर विभाग ने खरीफ में बुवाई के लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं और इन लक्ष्यों को हासिल करने की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है. माना जा रहा है कि किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद और बीज उपलब्ध कराने में कोई परेशानी नहीं आएगी और विभाग अपनी तरफ से भरसक प्रयास करने में जुटा है.

ताकि न हो कोई हंगामा, न कोई बवाल

कृषि सीजन के दौरान किसानों को अक्सर खाद और बीज की किल्लत का सामना करना पड़ता है. कई बार तो किसानों को महंगे और नकली बीज तक चिपका दिए जाते हैं और इसके चलते किसानों को बड़ा नुकसान हो जाता है.

बीज और खाद के वितरण में कई बार तो ऐसी नौबत भी आई है कि पुलिस की निगरानी में इस कार्य को पूरा करना पड़ा है. इस बार खरीफ सीजन में किसानों के लिए खाद और बीज का उचित बंदोबस्त कृषि और सम्बन्धित विभागों द्वारा किया जाएगा, ताकि किसानों को बुवाई और फसल तैयार करने में कोई परेशानी न आए.

क्या है कृषि विभाग की प्लानिंग

इस बार औसत से अच्छे मानसून की संभावना जताई गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने पिछले पांच साल के आंकड़ों के आधार पर बुवाई के लक्ष्य निर्धारित किये हैं, जोकि इस प्रकार हैं-

– इस बार 160 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई होगी

– सबसे ज्यादा 40 लाख हैक्टेयर में बाजरे की बुवाई होगी

– 30 लाख हैक्टेयर में ग्वार की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है

– सोयाबीन और मक्का की 10-10 लाख हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य है

– मूंग, मोठ, उड़द और चौला की 27 लाख हैक्टेयर में बुवाई होगी

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Source: Infopatrika