कृषि यंत्रों की सब्सिडी में करोड़ों की जांच पूरी, निलंबन के आदेश के बाद भी कार्रवाई नहीं

January 11 2019

कृषि यंत्रों की 50 करोड़ रुपये सब्सिडी में गड़बड़ी होने का राजफाश पूर्ववर्ती सरकार में हुआ था। जांच प्रतिवेदन में इसकी पुष्टि भी हो गई थी। इसमें शामिल आरोपी अधिकारी के निलंबन की अनुशंसा तब के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की थी। इसके बावजूद अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। इसमें कई प्रकरण भी सामने आए थे। कृषि उपकरण, चूना खरीदी घोटाला, अमानक बीज खरीदी घोटाला भी है, जिसे संज्ञान में लेते हुए कांग्रेस ने उजागर किया था। कांकेर और बिलासपुर जिलों में लाभान्वित किसानों की संख्या हजारों में है। कुल 3239 किसान हितग्राही की श्रेणी में थे। इसमें 2152 किसानों को सिर्फ कागजों पर सब्सिडी दे दी गई। चौंकाने वाली बात रही कि किसानों के अनुदान की 50 करोड़ से ज्यादा की राशि हड़प ली गई। इसकी जांच पूर्ववर्ती सरकार ने कराई थी। इसमें भौतिक सत्यापन कराए जाने पर पता चला कि हितग्राहियों को पता नहीं है। उचित शर्मा ने आरोपी अधिकारी चिरंजीवी सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि केंन्द्र सरकार की योजना की आड़ में कृषि यंत्रों की खरीदी में जमकर लूट खसोट हुई है।

जांच में आए थे चौंकाने वाले तथ्य

  • किसानों ने यंत्र नहीं मिलने के बयान दिए।
  • खातों में नहीं आई अनुदान की फूटी कौड़ी।
  • आरोपी असफर का बेनामी संस्थाएं बनाना उजागर।
  • डिमांड के आधार पर की कागजों पर उपकरणों की हुई थी सप्लाई।
  • हर किसान की 70 हजार रुपये की राशि हड़पी गई थी।
  • चूना खरीदी में भी गड़बड़ी भी हो चुकी है उजागर।

निलंबन कार्रवाई की मांग 

उक्त अधिकारी पर कार्रवाई करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता और आप के वरिष्ठ नेता उचित शर्मा ने मांग की है। आरोपी अधिकारी को निलंबित किया जाए, जबकि पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री उसके निलंबन की कार्रवाई की अनुशंसा कर चुके हैं। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होना, समझ से परे है।

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स्रोत - Nai Dunia