इस पूरे सीजन बासमती धान की किसी भी किस्म का रेट 3800 रुपए क्विंटल से ऊपर नहीं गया और न ही बासमती चावल का भाव 7400 रुपए तक हुआ। लेकिन अब बासमती धान की विभिन्न किस्मों के बीजों का रेट 90 रुपए किलो से कम नहीं है। यानि 9000 रुपए क्विंटल। बासमती धान के भाव अच्छे मिलने के कारण आने वाले बुआई सीजन में बासमती धान का रकबा बढने की उम्मीद है। किसानों का रुझान बासमती की ओर क्या बढा, कंपनियों ने इसको किसानों को लूटने का जरिया ही बना लिया। हैरानी की बात यह है कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश की सरकारें इस ओर आंखें मूंदे बैठी हैं।
आसमान पर बीजों के भाव
हरियाणा में पूसा 1509 के धान के बीज का रेट इस समय 100 रुपए किलो है। बासमती 1121 का रेट 100 से 125 रुपए किलो तक है। इस बार सबसे ज्यादा मारामारी डीपी 1401 के बीज की है। हरियाणा में कई जगह तो 1401 का रेट 135 रुपए किलो तक पहुंच गया है। पंजाब में भी हालत कुछ ऐसे ही हैं। अमृतसर में पूसा 1509 का बीज 90 रुपए किलो मिल रहा है। बासमती 1121 का रेट भी 100 रुपए के आसपास है। मध्यप्रदेश के श्योपुर, शिवपुरी और पिपरिया में पूसा 1509 के बीज की जबरदस्त डिमांड है। यहां इसका भाव 125 रुपए किलो तक पहुंच गया है। राजस्थान की कोटा मंडी में भी पूसा 1509 का रेट 125 रुपए किलो तक है।
क्या 50 रुपए किलो खरीदेगें बीज बेचने वाले
हरियाणा के फतेहाबाद के किसान राजेश कुमार का कहना है कि बीजों में व्यापारी मोटा मुनाफा कमाते हैं। वो अच्छी क्वालिटी का जो धान सीजन में मंडियों से खरीदते हैं, उसी की छोटी पैकिंग करके बीज के रूप में बेचते हैं। इस बार हरियाणा में पूसा 1509 ऊपर में 3300 रुपए तक बिका था। अब उसका बीज 100 रुपए किलो बेचा जा रहा है। यानि तीन गुणा महंगा। राजेश कुमार का कहना है कि बहुत कम किसान अपना बीज रखते हैं। क्वालिटी के चक्कर में वे बाजार से वे बीज लेते हैं। इसी का फायदा कंपनियां और व्यापारी उठाते हैं और उन्हें महंगे दामों पर बीज बेचते हैं। किसान से ही 33 रुपए किलो तक खरीदा हुआ धान अब उन्हीं को 100 रुपए किलो बेचा जा रहा है।
मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के सोंईं कलां गांव के किसान राममूर्ति मीणा का कहना है कि जो कंपनियां और व्यापारी इस समय 100 रुपए किलो बासमती का बीज बेच रहे हैं, क्या वे 50 रुपए किलो भी उनका धान सीजन में खरीदेंगेॽ राममूर्ति का कहना है कि वो ऐसा नहीं करेंगे। राममूर्ति की नाराजगी बीज बेचने वालों के साथ सरकार से भी है। उनका कहना है कि किसानों से सरेआम हो रही इस लूट के खिलाफ सरकार कोई कदम नहीं उठा रही। ये बहुत गलत है।
साफ-सफाई और छोटी पैकिंग करो, मोटा मुनाफा कमाओ
बासमती धान की विभिन्न किस्मों के बीज तैयार करने में कोई खास खर्च नहीं आता। व्यापारी और कंपनियां अच्छी क्वालिटी का धान मंडी से ही खरीदते हैं। बीज के लिए प्रयोग होने वाले धान की अच्छे से बस सफाई की जाती है ताकि उसमें कचरा न रहे। इसके बाद किसान से ही खरीदे इस बीज को छोटी पैकिंग में पैक करके बाजार में भेज दिया जाता है जहां इसे लगभग तिगुने दामों पर बेचा जाता है।
1637 और 1728 का रेट 200 पार
पूसा ने इस बार बासमती की दो नई किस्में जारी की थी। एक है पूसा बासमती 1637 और दूसरी है 1728। दोनों ही किस्में बीमारियों से लड़ने में ज्यादा सक्षम है। इनका बीज पूसा ने अपने क्षेत्रिय अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से बेचा था। कुछ किसानों को यह बीज पिछले साल दिया गया था। इन दोनों ही बीजों की मांग को देखते हुए अब हरियाणा और पंजाब में कुछ दुकानदार इन दोनों किस्मों का बीज 200 से 250 रुपए किलो तक बेच रहे हैं।
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Source: Infopatrika