By: Krishi Jagran, 9 August 2017
नई दिल्ली: कृषि विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि प्याज कीमतों में वृद्धि एक तात्कालिक मामला है तथा अगले माह से नई फसल के आने के बाद स्थति में सुधार होगा. कृषि सचिव शोभना के. पटनायक ने कहा कि अगले माह तक घरेलू मांग को पूरा करने के लिए प्याज की पर्याप्त आपूर्ति है तथा सरकार प्याज के थोक और खुदरा बिक्री मूल्य की करीब से निगरानी रख रही है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार मेट्रो शहरों में प्याज का खुदरा मूल्य 32 से 40 रुपये किलो के दायरे में है. शोभना पटनायक ने बताया कि कुछ थोक बिक्री बाजारों में प्याज की कीमत 20 से 22 रुपये प्रति किलो के दायरे में है. हम कीमतों की करीब से निगरानी कर रहे हैं. यह तात्कालिक मामला है. कीमतों में कमी होगी.
उन्होंने कहा कि जल्दी तैयार होने वाली खरीफ प्याज, जो अभी तक कर्नाटक से आ जाना चाहिए था, अभी तक मंडियों में नहीं आया है क्योंकि कमजोर बरसात के कारण फसल प्रभावित हुई है.
हालांकि कृषि सचिव ने विश्वास जताया कि आंध्र प्रदेश जैसे राज्य से मंडी में फसल के आने के बाद अगले महीने से आपूर्ति की स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में विशेषकर आंध्र प्रदेश में जल्दी तैयार होने वाली खरीफ प्याज को खेतों से पहले से ही निकाला जा रहा है. इससे आपूर्ति में सुधार होगा और आने वाले दिनों में कीमतों में गिरावट आएगी.
प्याज की कीमतें रुलाएंगी आम आदमी को, तीन गुना बढ़े दामउन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नासिक और लासालगांव में दरों में वृद्धि होने के मद्देनजर मौजूदा समय में ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में आंध्र प्रदेश के कुरनूल में जल्दी तैयार होने वाली खरीफ प्याज को बेचा जा रहा है. सचिव ने कहा कि कर्नाटक जैसे कुछ राज्यों में छोड़कर खरीफ उत्पादन में गिरावट आने की संभावना नहीं है.
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