सीएम का भाषण खत्म होते ही किसानों ने किया हंगामा

August 28 2017

By: Naiduniya, 28 August 2017

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला और किसानों के सम्मान समारोह में उस वक्त अफरा -तफरी मच गई जब मुख्यमंत्री के सामने ही किसानों ने धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बोनस की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। जैसे ही मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह का भाषण खत्म हुआ, किसान नारेबाजी करने लगे। स्थिति बिगड़ती देख आनन- फानन में कार्यक्रम खत्म कर दिया गया और मुख्यमंत्री मंच से उतरकर चले गए।

कृषि विवि में रविवार को युवा किसान उद्यमी कार्यशाला व सम्मान समारोह के लिए प्रदेशभर से किसानों को आमंत्रित किया गया था। कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने युवा कृषि उद्यमियों को संकल्प से सिद्धि की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने युवा किसानों को 2022 तक कृषि आय दोगुना करने, जैविक खेती अपनाने, एकीकृत कृषि प्रणाली लागू करने, नये भारत के निर्माण के लिए मन और कर्म से जुटने का संकल्प दिलाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि ऐसा क्षेत्र है जिसमें पढ़ाई के बाद युवाओं को शत-प्रतिशत जॉब मिल जाता है। आज युवा देश-विदेश से लाखों का पैकेज छोड़कर सुदूर इलाकों में खेती-किसानी करने आ रहे हैं। सरकार फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की योजना पर काम कर रही है।

सांसद बैस ने भी लिया किसानों का पक्ष

मंच से बोलते हुए सांसद रमेश बैस ने भी किसानों का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है लेकिन अब किसान ही गांव में रहना पसंद नहीं कर रहा है। गांव से बड़ी संख्या में लोग शहर में आ रहे हैं। उस हिसाब से किसानों की फसलों का दाम नहीं बढ़ा है जिस हिसाब से दवाई, उर्वरक के दाम बढ़े हंै। फसल बर्बाद होने की स्थिति में भी उन्हें मुआवजा नसीब नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा जब तक हम अपनी पॉलिसी नहीं बदलेंगे किसानों की हालत नहीं सुधरेगी।

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