भारतीय क्रिकेट टीम विराट ब्रिगेड को और ताकतवर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र कड़कनाथ मुर्गा उपलब्ध करवाने की तैयारी में है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) और छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के खिलाड़ियों की डाइट में इसे शामिल करने के लिए पत्र लिखने की तैयारी शुरू हो गई है।
कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर के वैज्ञानिक ने कहा कि कड़कनाथ को अगर खिलाड़ियों की डाइट में शामिल किया जाएगा तो फैट की चिंता नहीं होगी और प्रोटीन भी अधिक मात्रा में मिलेगा। गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर कृषि वैज्ञानिकों ने बीसीसीआइ को सलाह दी कि कड़कनाथ मुर्गे को उनकी डाइट में शामिल किया जाए।
मध्य प्रदेश झाबुआ कृषि विज्ञान केंद्र ने कड़कनाथ को डाइट में शामिल करने के लिए बीसीसीआइ को पत्र लिखा। इसके बाद अब छत्तीसगढ़ के कांकेर कृषि विज्ञान केंद्र भी बीसीसीआइ और सीएससीएस को पत्र लिखने जा रहा है।
वैज्ञानिक ने कहा खिलाड़ियों को फायदा होगा
कांकेर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. बीरबल साहू ने कहा कि खिलाड़ी अपनी डाइट में ग्रील्ड चिकन लेते हैं। इसमें कोलेस्ट्रोल और फैट की मात्रा ज्यादा होती है। इसकी वजह से कई खिलाड़ी फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर डाइट में कड़कनाथ चिकन को शामिल करें तो खिलाड़ियों को फायदा होगा। क्योंकि इसमें फैट, कोलेस्ट्राल कम और प्रोटीन, आयरन की मात्रा भरपूर होती है।
सीएससीएस देने को तैयार
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ (सीएससीएस) के खिलाड़ियों के लिए छत्तीसगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र कड़कनाथ उपलब्ध करवाने की तैयारी कर रहा। इस पर जब सीएससीएस मीडिया प्रभारी राजेश दवे से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि अगर बीसीसीआइ लागू करता है तो यहां के खिलाड़ियों की डाइट में फिजियो से सलाह लेकर दे सकते हैं।
क्यों मशहूर है कड़कनाथ
वास्तव में कड़कनाथ एक जंगली मुर्गा है, जो पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण में रहने से सामान्य मुर्गों की तुलना में भारी-भरकम और आक्रामक होता है। कड़कनाथ का मांस 400 से 500 रुपये प्रति किलो तक बिकता है। आमतौर पर ब्रायलर, काकरेल और अन्य चिकन 150 से 200 रुपये किलो में बिकता है।
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स्रोत: Nai Dunia