फसलों को बीमारी से बचाने वाला बीमार खेत

March 07 2018

इंसान और दूसरे प्राणियों के शरीर तो रोग से प्रभावित होते रहते हैं लेकिन, बीमार जमीन के बारे में आपने शायद ही कभी सुना होगा. इस खेत में फसल उपजाई तो समझो फसल चौपट. कुछ ही दिनों में यहां से लगा रोग फसल को बर्बाद कर देता है. केवल कुछ खास तैयारी से इजाद की गई किस्में ही यहां आबाद रह पाती हैं और इसीलिये इस जमीन को नाम दिया गया है सिक फील्ड. सिक फील्ड यानि बीमार खेत. गेहूं और जौ की फसल में होने वाला मोल्या रोग से बचाव के लिए यह सिक फील्ड तैयार किया गया है.

खास रुप से तैयार किया गया देश का यह एकमात्र सिक फील्ड जयपुर के दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र में मौजूद है. गेहूं और जौ की फसल में होने वाला मोल्या रोग एक गंभीर बीमारी है जो हर साल बड़े स्तर पर फसल को चौपट कर देता है. जमीन में रहने वाले निमेटोड नामक छोटे से कीट से होने वाली इस बीमारी से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों में फसल बर्बाद होती है.

मोल्या रोग के प्रभाव को खत्म करने के लिए देशभर में गेहूं और जौ की नई-नई किस्में इजाद की जा रही हैं और इन नई किस्मों की जांच इस सिक फील्ड में की जाती है. जो किस्म इस सिक फील्ड में अपना वजूद कायम रख पाने में कामयाब हो गई समझो वो मोल्या रोग से लड़ने में कारगर हो गई. फसल में मोल्या रोग की टेस्टिंग में साल 1960 से इस सिक फील्ड की विश्वसनीयता बनी हुई है और यहां जांच की गई किस्मों की रिपोर्ट्स 99 प्रतिशत तक सही पाई गई हैं.  

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Source: Money Bhaskar