डेढ़ सौ रुपए का एक अमरूद बेचता है ये किसान

November 13 2017

मंदसौर (मध्य प्रदेश)। आपने कभी डेढ़ से दो किलो का एक बड़ा अमरूद देखा है ? बहुत कम लोग ऐसे होंगे जिन्होंने देखा होगा। आज हम आपको एक ऐसे ही किसान से मिलवाने जा रहे हैं जो अमरूद की खेती करते हैं और डेढ़ से दो किलो का एक अमरूद पैदा करते हैं, इस एक अमरूद को किसान 80 से 150 रुपए का बेचता है। हालांकि सभी फल इतने बड़े नहीं होते हैं।

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के किसान सुभाष जैन कई फसलों की खेती करते हैं लेकिन अमरूद की खेती उन्हें दूसरे किसानों से एक अलग पहचान दिलाती है। सुभाष 25 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं, जिसमें से तीन एकड़ जमीन पर अमरूद की खेती करते हैं।

चार वर्षों से अमरूद की खेती कर रहे हैं सुभाष जैन।चार वर्षों से अमरूद की खेती कर रहे हैं सुभाष जैन।

सुभाष बताते हैं, चार साल पहले बीएनआर किस्म के अमरूद के पौधे लगाए थे। इसे थाई ग्वावा भी कहते हैं। इसके एक एकड़ में 400 पौधे लगते हैं। वो बताते हैं, एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच में 12 फुट सामने और आठ फुट की दूरी पर बगल में पौधे लगाने चाहिए। एक एकड़ में पहली बार पौधे लगाने में कुल एक लाख रुपए का खर्च आता है। एक पेड़ से 25 से 30 किलो ग्राम फसल निकलते हैं जो 80 से 150 रुपए किलो तक बिकता है।

सुभाष आगे बताते हैं, पौधों में जब फल आते हैं उस समय देखरेख सबसे ज्यादा करनी होती है। जहां पर एक साथ कई फसल होते हैं उसमें से सिर्फ एक फल ही रखा जाता है बाकी सभी फलों को तोड़ कर फेक दिया जाता है। जब फसल थोड़े बड़े हो जाते हैं तो उनकी बैगिंग करनी होती है, जिसमें हर फल पर 5 से 7 रुपए का खर्च आता है। सुभाष बताते हैं कि फलों की बैगिंग इस लिए करते है ताकि फलों पर दाग न पड़ें पक्षी नुकसान न पहुंचाए। बैगिंग करने से फल पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।

डेढ़ से दो किला का होता है एक अमरूद।डेढ़ से दो किला का होता है एक अमरूद।

सुभाष बताते हैं, फल जब पूरी तरह से पक जाता है उस समय इसका वजह 1700 ग्राम तक हो जाता है। मैं तौल कर देख चुका हूं। सुभाष का अमरूद दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत कई राज्यों में बिकने के लिए जाता है।

80 से 150 रुपए प्रर्ति किलो बिकाता है यह अमरूद।

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Source: Gaonconnection