जब किसानों ने प्याज दो रुपए प्रति किलो बेची, तो हम 50 रुपए में क्यों खरीद रहे हैं ?

October 27 2017

27-October-2017

लखनऊ। किसानों ने तो सरकार को सब्जियां कौड़ियों के दाम बेची, फिर उनके दाम आसमान क्यों छू रहे हैं। जिस किसान ने सरकार को 2-4 रुपए प्रति किलो प्याज बेचा था, वो बाजार से अब 50-60 रुपए किलो प्याज खरीदने को मजबूर है। आखिर ऐसा हो क्यों रहा है, इसके पीछे कारण क्या हैं ?

एक अध्ययन में पता चलता है कि जब टमाटर की बंपर पैदावार होती है तो भंडारण क्षमता का बहाना बनाकर बड़े व्यापारी जानबूझकर दाम कम कर देते हैं, जिससे किसान फसल सस्ते में बेचने को मजबूर हो जाता है, इसी का फायदा उठाकर बड़े जमाखोर टमाटर को स्टोर कर लेते हैं, जिससे मंडियों में टमाटर की आवक कम हो जाती और इसके दाम बढ़ जाते हैं।

इसी साल जून में मध्य प्रदेश के मंदसौर में फसलों की उचित मांग कर रहे किसानों को गोली मार दी गई। ये वे किसान थे जिन्होंने स्थानीय मंडियों में 2-3 रुपए प्रति किलो प्याज बेची थी। बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8 रुपए की सरकारी दर पर प्याज खरीदने की घोषणा की। मंदसौर के एक किसान केसूलाल पाटीदार ने फोन पर बताया, " प्याज की कीमत से हमारी लागत भी नहीं निकल पायी थी। हमने करीब 40 क्विंटल प्याज खेतों में ही छोड़ दिया था। 2.20 पैसे के हिसाब प्याज बेचने का कोई फायदा ही नहीं था। हमने 8 रुपए में भी सरकार को प्याज नहीं बेचा। अब हम बाजार से 50-60 रुपए में प्याज खरीदकर खा रहे हैं।"

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Source: Gaon Connection