नई दिल्ली। चीन मिल के मालिकों के पास किसानों के करीब 14 हजार करोड़ रुपए का बकाया है। यह जानकारी मंगलवार को मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सीआर चौधरी ने लोकसभा में दी। उन्होंने बताया कि अक्टूबर से सितंबर तक चलने वाले शुगर मार्केट सीजन में 31 जनवरी तक चीनी मिल्स के मालिकों के पास 13,931.61 करोड़ रुपए का बकाया है।
किस पर कितना बकाया
उत्तर प्रदेश के मिल्स मालिकों के पास किसानों का 5,552.76 करोड़ रुपए बकाया है । जबकि चीनी मिल के मालिकों को कर्नाटक में 2,713.65 करोड़ और महाराष्ट्र में 2,636.03 करोड़ रुपए किसानों को देने हैं। 2016-17 में चीनी मिल्स के मालिकों के पास 902.90 करोड़ रुपए जबकि उससे पहले 1,686.12 करोड़ रुपए बकाया रहा।
मिनिस्टर ने कहा कि किसानों के गन्ने का बकाया चुकाने की प्रक्रिया जारी है। शुगरकेन (कंट्रोल) ऑर्डर 1966 के मुताबिक गन्ने की सप्लाई के 14 दिनों के भीतर किसानों का पेमेंट होना जरुरी है। 14 दिनों से अधिक की देरी की अवधि में देय राशि पर प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत की दर से ब्याज देना अनिवार्य है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकारें सभी डिफॉल्टिंग चीनी मिल्स के मालिकों को नोटिस जारी कर दिए हैं। यूपी, कर्नाटक और मध्य प्रदेश की सरकारों ने तो डिफॉल्टिंग चीनी मिल्स के मालिकों को रिकवरी सर्टिफिकेट जारी भी किया है।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह कहानी अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|
Source: Money Bhaskar