एमबीए के बाद अक्षय सिंह ने खोला डेयरी फार्म, उदयपुर के लोगों को पिला रहे हैं गाय का शुद्ध दूध

January 08 2018

डेयरी फार्मिंग और पशुपालन आमतौर पर ग्रामीण किसानों और कम पढ़े लिखे लोगों का काम माना जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं है, डेयरी फार्मिंग में इंजीनियर, डॉक्टर, एमबीए पास पेशेवर युवक लगातार किस्मत आजमा रहे हैं। डेयरी के सुल्तान में हम ऐसे युवाओं की सफलता की कहानी से आपको रूबरू कराते रहते हैं। हमारा मकसद है कि आज के दौर में बदल रहे डेयरी फार्मिंग, दुग्ध उत्पादन और डेयरी उत्पादों की बिक्री के बिजनेस से वो सभी लोग अवगत हो सकें, जो इस व्यवसाय में आना चाहते हैं और उन्हें जानकारी नहीं मिल पाती है। आज डेयरी के सुल्तान में हम राजस्थान के उदयपुर के युवक अक्षय सिंह की सफलता की कहानी लेकर आए हैं, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और कुशलता से न सिर्फ आदर्श डेयरी फार्म स्थापित किया, बल्कि उदयपुर की जनता को शुद्ध गाय का दूध भी पिला रहे हैं।

शुद्ध दूध की कमी से डेयरी फार्म खोलने का विचार आया

उदयपुर के रहने वाले 35 वर्ष के अक्षय सिंह आज अपने डेयरी फार्म के बिजनेस के जरिए रोजाना लोगों को गाय का शुद्ध दूध पिला रहे हैं। JUST PURE, LIVE PURE कैच लाइन के  साथ अक्षय अपनी धुन में लगे हुए हैं। अक्षय के डेयरी फार्मिंग के बिजनेस में आने की वजह भी बड़ी दिलचस्प है। अक्षय सिंह ने 2004 में बंगलुरू से एमबीए किया। इसके बाद उन्होंने दो साल नौकरी की लेकिन उसमें मन नहीं लगा। उदयपुर में पुश्तैनी बिजनेस और जमीन थी। 2007 में उदयपुर लौटकर अक्षय ने रियल स्टेट, कंसट्रक्शन, होटल जैसे बिजनेस में हाथ आजमाए, लेकिन किसी भी काम में उन्हें आत्मसंतुष्टि नहीं मिली। अक्षय के मन में हमेशा ऐसा कुछ काम करने का था, जो ग्रामीण परिवेश से जुड़ा हो और समाज के लिए भी अच्छा हो। अक्षय के मुताबिक शुद्ध दूध की कमी और दूध में मिलावट की खबरें उन्हें काफी परेशान  करती थीं। बस यहीं से उनके दिमाग में डेयरी फार्म खोलने का विचार आया, और फिर वो इसी रास्ते पर चल पड़े।

अक्षय सिंह ने 5 गायों के साथ शुरू किया डेयरी फार्म

एमबीए पास अक्षय सिंह को जब लगा कि वो डेयरी फार्म खोलकर समाज का कुछ भला कर सकते हैं, तो उन्होंने इस सपने को पूरा करने के लिए जी जान लगा दी। अक्षय को डेयरी फार्मिंग की ए-बी-सी-डी भी नहीं पता थी। अक्षय ने बताया कि उन्होंने जिन लोगों से भी बात की उन लोगों ने डेयरी फार्मिंग को लेकर निगेटिव बातें कहीं,सभी का कहना था कि इतने पढ़े-लिखे होने के बाद अनपढ़ों का काम क्यों करना चाहते हो। लेकिन अक्षय नहीं माने, आखिर में उनकी मुलाकात माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. दीपक शर्मा से हुई, जिन्होंने अक्षय को डेयरी फार्मिंग के लिए प्रेरित किया। अक्षय के अनुसार उन्होंने उदयपुर से 25 किलोमीटर आउटर में  हल्दीघाटी रोड पर लोचिंग गांव में 25 बीघा जमीन लीज पर ली और अक्टूबर, 2016 में  कंट्री  फार्म के नाम से डेयरी फार्म शुरू कर दिया। अक्षय ने बताया कि उन्होंने पांच हॉलिस्टियन फ्रीशियन क्रॉसब्रीड गायों के साथ फार्म शुरू किया था।

रोजाना होता है 450 लीटर दूध का उत्पादन

अक्षय को गायों के बारे में वैसे तो कोई जानकारी नहीं थी लेकिन उनमें सीखने की ललक बहुत ज्यादा थी।जिन पांच गायों के साथ अक्षय ने डेयरी फार्म शुरू किया था, उनसे शुरुआत में 60 लीटर प्रतिदिन का दूध होता था। लेकिन अक्षय ने गायों के खानपान पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने चारे के साथ पूर्णिमा ब्रांड का फीड खिलाया। इस फीड में यूरिया नहीं होता है। इस फीड को खिलाने से गायों से मिलने वाले दूध रोजाना 60 लीटर से बढ़कर 100 लीटर हो गया। इसके बाद धीरे-धीरे अक्षय गायों की संख्या बढ़ाने में लग गए। अक्षय ने बंगलुरू के पास हुसूर गांव, जो तमिलनाडु के कृष्णनगरी के निकट है, वहां से अच्छी नस्ल की 92 फीसदी एचएफ गायों को खरीदा। अप्रैल 2017 में अक्षय के डेयरी फार्म में 20 गायें और आ गईं। आस-पास से भी अक्षय ने अच्छी नस्ल की गायों को खरीदना जारी रखा। आज अक्षय के कंट्री फार्म में कुल 40 गायें हैं, जिनमें से तीस गायें दूध देती हैं। अक्षय के डेयरी फार्म में आज रोजना 450 लीटर से ज्यादा का दुग्ध उत्पादन होता है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस है कंट्री डेयरी फार्म

अक्षय सिंह ने शुरुआत से ही अपने डेयरी फार्म को मार्डन मशीनरी और सुविधाओं से लैस रखा है। 25 एकड़ में फैले डेयरी फार्म में जहां गायों को पूरा खुला वातावरण मिलता है, वहीं फार्म के भीतर भी उ़नके लिए हर सुविधा मौजूद है। डेयरी फार्म में गायों के लिए ब्रश, फॉगर सिस्टम लगा है, वहीं लगातार भजनों की धुन भी बजती रहती है। अक्षय का कहना है कि भजन और संगीत सुनने से गायों का मन प्रसन्न रहता है और वो अच्छी क्वालिटी का दूध देती हैं। उन्होंने अपने डेयरी फार्म में 100 गायों की क्षमता का मिल्क पार्लर लगवाया है, यहीं पर सभी गायों का दूध दुहा जाता है। गायों को खाने में हरा चारा, जवार, अजोला और कारगिल फीड दिया जाता है। दूध को ठंडा रखने के लिए 1000 लीटर क्षमता का बल्क मिल्क कूलर(बीएमसी) भी है। गायों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित स्टॉफ रखा है।

शुद्ध दूध उदयपुर और आस पास के इलाकों में  होता है सप्लाई

अक्षय सिंह ने डेयरी टुडे से बातचीत में बताया कि उन्होंने अपने डेयरी फार्म पर स्वच्छता और सफाई का पूरा ख्याल रखा है। डेयरी फार्म में सभी कर्मचारियों को यूनीफार्म में रहना होता है, और वो किसी भी सूरत में दूध को हाथ नहीं लगाते हैं। यही वजह है कि उदयपुर समेत, फतेहपुरा, गुहाना आदि इलाकों में उनके गाय के शुद्ध दूध की खासी डिमांड है। अक्षय ने बताया कि बेहतर देखभाल और चारे की वजह से उनके डेयरी फार्म पर एचएफ गाय के दूध में 4.6 से 5 फीसदी का फैट मिलता है। अक्षय ने JUST PURE LIVE PURE नाम से दूध का ब्रांड लांच किया है और पिछले वर्ष दीपावली से पहले उन्होंने बोतलों में दूध की सप्लाई शुरू की है। अक्षय 65 रुपये प्रति लीटर दूध बेचते हैं। जबकि देसी घी 850 रुपये प्रति लीटर बेचते हैं। धीरे-धीरे उनके दूध की डिमांड बढ़ रही है। अक्षय के मुताबिक जो दूध सीधे घरों में सप्लाई नहीं हो पाता है वो उसे निजी डेयरी कंपनियों को सप्लाई क  देते हैं। अक्षय सिंह ने बताया कि उन्होंने 25 लाख का लोन भी लिया है, हालांकि उन्हें फिलहाल कोई खास बचत नहीं हो रही है, लेकिन जिस तरह से उनके कंट्री डेयरी फार्म के दूध की डिमांड बढ़ रही है, उससे लगता है कि जल्द ही उन्हें अच्छा मुनाफा होने लगेगा। अक्षय जल्द ही अपने फार्म पर गायों की संख्या 100 तक ले जाना चाहते हैं। अक्षय का कहना है कि जो भी लोग डेयरी फार्मिंग के धंधे में आना चाहते हैं, उन्हें गायों की देखभाल और खानपान पर खासा ध्यान देना होगा, क्योंकि स्वस्थ्य पशु ही क्वालिटी दूध दे सकता है।

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Source: Dairy Today