अब सूखी जमीन भी देगी पैसा...

November 09 2017

देश में बहुत बड़े क्षेत्र में पानी की कमी के चलते सूखी जमीन का एक बड़ा भाग है. शुष्क वातावरण के मामले में सबसे पहले राजस्थान का नंबर आता है. राजस्थान की रेतीली जमीन पर कंटीली और शुष्क वातावरण की फसलें होती हैं. इसमें खजूर जैसी फसल एक बहुत ही मायने रखती है. खजूर की फसल की शुरुआत वैसे तो सयुक्त अरब अमीरात से हुयी. यह एक प्राचीन फल है. खजूर विश्वभर में एक लोकप्रिय फल है इसको कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है, खजूर को बीमारियों और और रोजमर्रा के खाने के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है. अभी तक भारत में पूरी तरह से इसकी व्यवसायिक खेती नहीं की जाती थी, जबकि अन्य देश इसकी खेती बड़े पैमाने पर कर रहे हैं. अब भारत में भी खजूर की खेती को व्यवसायिक रूप दिया जा रहा है. इसकी शुरुआत राजस्थान सरकार पहले ही कर चुकी है. उद्यानिकी विभाग उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के शुष्क रेगिस्तानी क्षेत्रों में खजूर की खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा है, यहाँ बड़े पैमाने पर खजूर की खेती की जा रही है. राजस्थान में यह क्षेत्र खेती के अनुकूल है. राजस्थान में इस क्षेत्र के अलावा जैसलमेर और बीकानेर में मैकेनाइज्ड कृषि फार्म के कुल 135 हेक्टेयर क्षेत्रों पर खजूर की खेती की शुरुआत की गयी है. इसमें से 97 हेक्टेयर क्षेत्र जैसलमेर में और 38 हेक्टेयर क्षेत्र बीकानेर में है. राजस्थान सरकार ने खजूर की खेती के लिए राज्य के 12 जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, नागौर, पाली, जालौर, झुंझुनूं, सिरोही और चूरू का चयन किया था. सरकार राजस्थान में बुवाई के लिए अरब अमीरात से 21,294 टिश्यु कल्चर से उगाये गए पौधे आयात किए थे.

राजस्थान में खजूर की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों की जमीन पर 1,32,000 पौधे तीन चरणों में लगाए गए. इन पौधों को संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन से आयात किया गया था. वर्तमान में राज्य के किसानों द्वारा अब तक कुल 813 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र पर खजूर की खेती की जा रही है. इस साल के अंत तक सरकार ने इसमें 150 हेक्टेयर और भूमि को बढाने का लक्ष्य रखा है. खजूर की खेती को देश में बढ़ावा देने के लिए सरकार लागातार प्रयास कर रही है. अभी तक देश में बड़ी मात्रा में खजूर दूसरे देशों से आयात किया जाता है. यदि राजस्थान में खजूर की खेती पूरी तरह से सफल हो जाती है तो इसका बड़ा लाभ किसानों को मिलेगा. क्योंकि यह एक तरीके से सूखी जमीन पर सोना उगाने जैसा होगा. पिछले दिनों राजस्थान के कृषि मंत्री भी राजस्थान में खजूर की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर चर्चा कर चुके हैं.

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह कहानी अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|

Source: Krishi Jagran