This aromatic grass is very special

March 09 2019

This content is currently available only in Hindi language.

खसखस एक खुशबूदार घास होती है जो कि पूरी तरह से गुच्छेदार होती है। यह एक तकरह से सुगंधित और लच्छेदार वर्षानुमी पौधा होता है। इस प्रकंझ काफी ज्यादा सुगंधित होता है जो कि काफी ज्यादा उपयोगी भी होता है। प्रकंद का उपयोग देश में मुख्य रूप से इत्र को बनाने और कई तरह की औषधि के लिए प्रयोग हो रहा है। इस खसखस घास का सबसे ज्यादा फायदा गर्मी के मौसम में होता है क्योंकि इसको आप पानी में गीला करके कमरे और खिड़कियों पर लगाने का कार्य किया जाता है। यह पूरी तरह से ठंडी होती है और पानी में तर रहने के कारण यह अच्छी खुशबू देती है और कूलर या पंखे के चलने पर ठंडी हवा पूरे कमरे को गर्मी से बचाने का कार्य करती है। फूलों के गंध को पकड़ने की इसमें पर्याप्त क्षमता होती है।

बेहद है खास

जब भी देश में जलवायु परिवर्तन के हालात होते है तो खस की फसल काफी ज्यादा कामगार होती है। यह एक ऐसी फसल है जो कि कम लागत में आसानी से हो जाती है। खस की खेती उन इलाकों में हो सकती है जहां पर पानी की भी किल्लत होती है या जहां पर ज्यादा बाढ़ आ जाती है। देशभर में अरोमा मिशन के तहत इसकी खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस पेड़ के पौधें की जड़े पूरी तरह से झाड़ियों की तरह ही होती है। इनकी जड़ों से तेल को आप निकाल कर बेच सकते है।

यहां उगता पौधा

खस का पौधा किसी भी पानी वाली जगह या उसके आसपास  के किनारों पर आसानी से उग जाता है। जैसे कि झील, तालाब, जलाशयों के किनारे पर यह आसानी से उग जाते है। । अगर राज्यों की बात करें तो यह गुजरात, तमिलनाडु, बिहार उत्तर प्रदेश तक इसकी खेती की जा रही है। अगर दक्षिण की बात करें तो केरल और कर्नाटक में इसकी खेती को सबसे ज्यादा किया जाता है।

खस के फायदें

  • ठंडी तासीर होने के कारण इसका प्रयोग गर्मियों के मौसम में इसका प्रयोग खस के शरबत के रूप में किया जाता है। इससे आपकी प्यास बुझती है और गले की जलन दूर हो जाती है। इससे दिमाग और शरीर में तरावट आ जाती है।
  • इसके अलावा खस का प्रयोग हद्य रोग, उल्टी, डायरिया, सांस के रोग, पित रोग, मांसपेशियों की ऐंठन, हार्मोनल समस्याओं से फायदा देता है।
  • किसानों को इसका सबसे ज्यादा लाभ होता है। किसान खस के पौधे के जरिए पर्यावरण को फायदा होता है। किसान इस का प्रयोग मृदा संरक्षण को रोकने, जल को शुद्ध करने व जल के सरंक्षण और फालतू खरपतवार को उगने से रोकने के लिए उपय़ोग करते है।
  • इसके तेल की खुशबू से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है इसके सहारे नर्वस सिस्टम आसानी से शांत हो जाता है। यह आपके थकान को दूर करने में सहायक होता है।

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|

स्रोत: Krishi Jagran