Reflections on social, cultural and agricultural development

March 04 2019

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शासकीय इंदरू केंवट कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र, डॉ. एमएल शर्मा, डॉ. विजय बघेल, डॉ. आयशा कुरैशी, डॉ. कृपाराम ध्रुव आदि शामिल थे। इस राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का प्रधान विषय आधुनिक कालीन बस्तर संभाग छत्तीसगढ़ इण्डिया में सामाजिक-सांस्कृतिक व कृषिगत विकास पर चिंतन किया गया।

इस दौरान बस्तर विषयक सामाजिक नवजागरण के सांस्कृतिक प्रभावों पर विचार मंथन किया गया। जिसकी समीक्षा शरद ठाकुर द्वारा की गई। प्रो. के. सुरेश जगनाथन का प्रबोधन व्याख्यान हुआ जिसमें पॉवर पाइंट प्रजेन्टेशन डॉ. ए. कुरैशी व सीआर पटेल, डॉ. जेएल नाग व डॉ. मरकाम, प्रोफेसर रमेश दर्रो ने किया। प्रो. अल्पना देशपांडे, प्रो. अजय कुमार ने सिक्कों तथा डाक टिकटों में महात्मा गांधी तथा अन्य महापुरुषों तथा राष्ट्र नेत्रियों की प्रदर्शनी को प्रदर्शित किया।

आमंत्रित विद्वानों तथा शोधार्थियों ने दुधावा डेम का भ्रमण किया, जिसमें पर्यावरण संबंधी क्रियाकलापों का पर्यवेक्षण किया गया।्रदूसरे दिन 18 शोध पत्रों का वाचन किया गया जिसका परीक्षण प्रतिवेदन डॉ. बसंत नाग, डॉ. सरिता उईके, प्रो. आर कोहली, डॉ. एके जोगी द्वारा किया गया। प्रमाण पत्र वितरण व आभार प्रदर्शन महाकोशल इतिहास परिषद के डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र अध्यक्ष तथा प्रो. प्रदीप सिंह गौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो. बी. समुंद, व्याखता डीआर टंडन, राजेन्द्र प्रसाद नागवंशी, प्रो. शरद ठाकुर आदि उपस्थित थे।

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स्रोत: Jagran