प्रदेश में गेहूं उत्पादन 207 लाख टन होने का अनुमान

January 22 2019

चालू रबी सीजन में प्रदेश की प्रमुख फसल गेहूं का प्रारंभिक उत्पादन अनुमान 207 लाख टन लगाया गया है। जबकि गत वर्ष 200 लाख टन गेहूं उत्पादन हुआ था। इस वर्ष गेहूं की बोनी लगभग 59 लाख हेक्टेयर में हुई है जो गत वर्ष की तुलना में लगभग एक लाख हेक्टेयर अधिक है। गेहूं उत्पादन में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इसके बावजूद उत्पादकता में खास अंतर नहीं आया है। 

मप्र में मुख्यत: गेहूं का सामान्य रकबा 59.79 लाख  हेक्टेयर है। इस वर्ष 65.40 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोने का लक्ष्य रखा गया था परंतु वर्षा की कमी एवं कमजोर मानसून के कारण रकबा पूरा नहीं हो पाया। इसके बावजूद गत वर्ष हुई बोनी के रकबे से अािधक क्षेत्र में गेहूं की बोनी कर ली गई है। इसके साथ ही पहले प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक लगभग 207 लाख टन गेहूं उत्पादन होने की तथा उत्पादकता 3521 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर होने की संभावना है। जानकारी के मुताबिक गत वर्ष 2017 - 18 में गेहूं का उत्पादन 200 लाख टन एवं उत्पादकता 3450 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर आंकी गई थी। इसके पूर्व 2016 - 17 में गेहूं का बम्पर 219 लाख टन हुआ था तथा उत्पादकता 3413 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर हुई थी जिसके लिए भारत सरकार का प्रतिष्ठित कृषि कर्मण अवार्ड इस वर्ष प्रदान किया जाएगा। मप्र को गेहूं के लिए यह अवार्ड फरवरी माह में मिलेगा। बहरहाल प्रदेश में मौसम की स्थिति को देखते हुए गेंहूं के लिए अनुकूल वातावरण बना हुआ है। तापमान में कमी है जो गेहूं के दाना बनने में सहायक है। सब कुछ ठीक रहा तो 207 लाख टन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक कुल खरीफ 2018 एवं रबी 2018-19 में लगभग 547 लाख टन से अधिक उत्पादन अनुमान लगाया गया है इसमें खरीफ उत्पादन 256 लाख टन एवं रबी उत्पादन 290 लाख टन होने की संभावना है। इसके पूर्व वर्ष 2017-18 में कुल उत्पादन 520 लाख टन एवं वर्ष 2016-17 में 541 लाख टन हुआ था। 

 

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स्रोत: Krishak Jagat