प्रदेश के बाहर से धान का परिवहन सख्ती से रोकें - श्री बघेल

December 29 2018

प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गतदिनों वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के पांचों संभागायुक्तों सहित 27 जिलों के कलेक्टरों से प्रथम बार रूबरू होते हुए विभिन्न एजेंडों पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया कि प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में बाहरी राज्यों से किसी भी स्थिति में धान का अवैध परिवहन ना होने पाएं। इसे रोकने राजस्व, पुलिस और संबंधित विभाग संयुक्त रूप से टीम गठित कर निरंतर निगरानी करें।

इसके अलावा किसानों द्वारा कृषि कार्य हेतु लिए गए ऋण की माफी पर तत्परता से कार्य करने के भी निर्देश जिले के कलेक्टरों को दिए। साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत पेंशन के लंबित प्रकरणों, वनाधिकार मान्यता पत्र की वर्तमान स्थिति सहित पुलिस विभाग से संबंधित सुरक्षात्मक उपायों की भी समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वीसी के जरिए कहा कि ग्रामीण बैंकों व सहकारी बैंकों के अलावा जिन वाणिज्यिक बैंकों में किसानों ने खाद-बीज के लिए कर्ज लिया हैए उसकी जानकारी जल्द उपलब्ध कराएं। इसके अलावा जिन किसानों ने चालू वित्तीय वर्ष में कर्ज की अदायगी कर दी है, उक्त राशि का भी समायोजन नियमानुसार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने वर्तमान में प्रदेश के जलाशयों में जल भराव की स्थिति तथा आगामी रबी सीजन में सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता की भी समीक्षा की। उन्होंने गत दिनों हुई बारिश से धान खरीदी केन्द्रों में हुए नुकसान और उससे बचने के लिए किए गए कारगर उपायों की जानकारी भी कलेक्टरों से ली।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दिसंबर 2005 के पूर्व निवासरत वन निवासियों को व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वनाधिकार मान्यता पत्र प्रदान करने शीघ्रता से कार्ययोजना तैयार करने की बात करते हुए वास्तविक हकदारों को त्वरित पट्टा देने के लिए भी यथासंभव उपाय करने की बात कही।

वीसी में मौजूद वरिष्ठ मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने शासन की विभिन्न पेंशन योजनाओं की स्थिति व लंबित प्रकरणों की जानकारी देने के निर्देश दिए। साथ ही लोक निर्माण विभाग के विभिन्न मदों के लंबित निर्माण कार्यों की भी जानकारी कारण सहित उपलब्ध कराने कहा। 

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|\

Source: Krishak Jagat