कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने नई दिल्ली में लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का स्वप्न है कि भारत के किसान खुशहाल हों और 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके। इसे साकार करने में लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) का कार्य सराहनीय है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि लघु कृषक कृषि व्यापार संघ के द्वारा वर्ष 2014-18 के दौरान 551 कृषक उत्पादक कंपनियों का गठन किया गया है, इस अभियान के तहत लगभग 7.52 लाख लघु, मध्यम एवं सीमांत कृषकों को संगठित कर एफपीओ से जोड़ा गया है। श्री सिंह ने राष्ट्रीय कृषि बाज़ार (ई-नाम) परियोजना के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि 585 कृषि मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाज़ार पोर्टल से जोड़ा जा चुका है। 2018-19 में 200 नई मंडिया एवं 2019-20 में 215 नई मंडियों को इस परियोजना से जोडऩे का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा एसएफएसी अधिक से अधिक कृषक उत्पादक संगठनों को ई-नाम योजना द्वारा लाभ पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। जिसके तहत लघु, मध्यम एवं सीमांत किसानों को ई-नाम द्वारा लाभ पहुंचाने के लिए 16 राज्यों में 634 कृषक उत्पादक संगठनों का समावेश किया गया है। अभी तक इन कृषक उत्पादक संगठनों ने 549 मीट्रिक टन कृषि जिन्सों/उत्पादों का विक्रय किया है, जिसका मूल्य 1.89 करोड़ रुपए है।
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स्रोत: Krishak Jagat