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कल्जीखाल ब्लाक के सांगुडा में गुरुवार को 83 साल के किसान विद्यादत्त शर्मा के आवास पर महामूला रिकार्ड मूल्यांकन सम्मेलन और गोष्ठी का आयोजन किया गया। सम्मेलन में सांगुडा निवासी प्रगतिशील किसान विद्यादत्त शर्मा द्वारा उगाए गए 22 किलो 750 ग्राम के मूले के साथ ही अन्य मूलों को खेतों से निकाला गया। सबसे अधिक वजन के निकले 22 किलो 750 ग्राम मूले को राष्ट्रीय रिकार्ड बताया जा रहा है। लिम्का बुक के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने इस मूले का मूल्यांकन भी किया। इस दौरान आयोजित गोष्ठी में किसान विद्यादत्त शर्मा के द्वारा खेती को लेकर किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई। आयोजित गोष्ठी में विधायक पौड़ी मुकेश कोली ने किसान विद्यादत्त शर्मा के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं और महिलाओं से खेती करने पर जोर दिया। उन्होंने पलायन पर भी चिंता जताई। चकबंदी प्रणेता गणेश गरीब ने कहा कि जब तक प्रदेश में चकबंदी नहीं होगी तब तक पलायन पर रोक नहीं लगाए जा सकती है। इस मौके पर ग्राम प्रधान रोशनी देवी, त्रिभुवन उनियाल, अपर उद्यान अधिकारी प्रभुदयाल ढौंडियाल, गणेश खुगशाल गणी, अनिल कुमार, सुषमा रावत, अमित आदि मौजूद थे।
प्रगतिशील किसान विद्यादत्त शर्मा का खेती के प्रति बेहद लगाव है। 83 साल की उम्र में भी विद्यादत्त शर्मा पूरे जोश के साथ खेती करते हैं और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं। सांगुडा में उन्होंने मोतीबाग नाम से बगीचा बनाया हुआ है। जिस पर मटर, लहसुन, मधुमक्खी पालन, मूला के साथ ही कई तरह की फसले उगाई जाती हैं। खेती करने के लिए उन्होंने साल 1965 में चकबंदी भू माप विशेषज्ञ के पद से व्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान खेती पर केंद्रित कर लिया जो आज भी जारी है। 83 साल की उम्र में भी खेती के प्रति उन पर बेहद जोश देखा जा सकता है। उन्होंने जिले में भी खेती को लेकर बेहतरीन काम करने पर कई पुरस्कार भी दिए जा चुके है। खेती के साथ-साथ विद्यादत्त शर्मा का साहित्य के प्रति भी बेहद लगाव है। अभी तक उन्होंने कृषि से लेकर विभिन्न विषयों पर 8 किताबे भी लिखी हैं।
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स्रोत: Live Hindustan