Agricultural Loan: For farming, money should be done so apply, these are the complete process

February 08 2019

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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बिना गारंटी वाले कृषि लोन की सीमा बढ़ाकर 1.60 लाख  रुपये कर दी है. किसानों को अभी एक लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के मिलता है. आपको बता दें कि हाल में मोदी सरकार ने बजट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का ऐलान किया है. जिसके तहत सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये सीधे उनके खाते में देगी. आरबीआई के ऐलान के बाद अगर आप भी खेती करने के लिए लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं तो आज हम आपको उससे जुड़ी सभी जानकारियां दे रहे हैं.

एग्रीकल्चर लोन - अगर आपके पास खेती करने के लिए ज़मीन है तो अपनी जमीन को बिना गिरवी रखे बना लोन ले सकते हैं. इसकी सीमा एक लाख रुपये है. एक लाख रुपये से ज्यादा के लोन पर जमीन गिरवी रखने के साथ-साथ गारंटर भी देना होगा. आपको बता दें कि आरबीआई ने बिना गारंटी वाले कृषि लोन की सीमा बढ़ाकर 1.60 लाख  रुपये कर दी है. लेकिन बैंक में इसे लागू करने में अभी वक्त लेगा. इसके लिए नोटिफिकेशन जारी होगा.

सवाल:अगर मेरे पास एक हेक्टेयर जमीन है तो मुझे कितना लोन मिलेगा?

जवाब: उत्तर प्रदेश के जिले अमरोहा में स्थित प्रथमा बैंक के ब्रांच मैनेजर अंकुर त्यागी ने बताया कि 1 हेक्टकेयर जमीन पर 2 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. लोन की लिमिट हर बैंक की अलग-अलग होती है.

सवाल: लोन के लिए क्या डॉक्युमेंट चाहिए?

जवाब: लोन लेने के लिए आधार, पैन कार्ड, के साथ तीन फोटो की जरुरत होती है. अगर लोन एक लाख रुपये तक का है तो कोई गारंटर नहीं चाहिए. लेकिन अधिक का है तो उसके लिए गारंटर की जरुरत होती है. साथ ही, उस गारंटर के नाम पर भी ज़मीन होनी चाहिए.लोन के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट खसरा और खतौनी होती है. खसरा को पटवारी बनाता है. इसमें खेती की जमीन की डिटेल होती है. मतलब साफ है कि उस जमीन पर अभी क्या हो रहा है और वह खेती के लिए कितनी उपयोगी है या फिर वह आबादी के बीच में तो नहीं है.

दूसरा महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट खतौनी होता है इसमें जमीन किसके नाम है उसकी डिटेल होती है. अगर जमीन एक से ज्यादा के नाम पर है तो उसके लिए शेयर सर्टिफिकेट बनवाना होता है. इस सर्टिफिकेट पर तहसीलदार के सिग्नेचर होते है.

सवाल: कृषि लोन पर कितना ब्याज देना होगा?

जवाब: सरकार कृषि लोन को एक खास कैटेगिरी में रखती है और इसे ज्यादा से ज्यादा देने के लिए बैंकों को कहती है, ताकि दलहन, तिलहन का उत्पादन बढ़ाया जा सके. ऐसे में 3 लाख रुपये तक के लोन पर 7 फीसदी ब्याज दर तय है. अगर कोई किसान एक साल से पहले इसे चुका देता है तो उसे 3 फीसदी की छूट और मिलती है.

 

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स्रोत: News 18