9 करोड़ के भैंसे से पचास लाख की सालाना कमाई

December 25 2018

शीर्षक देखकर आपका चौंकना स्वाभाविक है। लेकिन यह हकीकत है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के किसान श्री कर्मवीर सिंह अपने भैंसे युवराज का सीमन (वीर्य) बेचकर सालाना 50 लाख तक की कमाई कर लेते हैं। युवराज की विशेषताएं  हैरान करने वाली है।

ग्राम सुनारियान जिला कुरुक्षेत्र हरियाणा के किसान श्री कर्मवीर सिंह अपने विशिष्ट भैंसे युवराज के कारण पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुके हैं। इनका युवराज देश में लगने वाले कृषि मेलों में आकर्षण का केंद्र भी रहता है।  कृषक जगत को भैंसे युवराज की विशेषताएं  बताते हुए श्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि युवराज को पंजाब कृषि मेले से खरीदा था। इसकी उम्र 9  साल है। कद 5  फीट 9 इंच और वजन 14 क्विंटल है। भैंसे का नाम क्रिकेट खिलाड़ी युवराज के नाम पर रखा गया है। युवराज की खुराक की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उसे रोजाना 20  लीटर दूध और 19  किलो खाद्य सामग्री दी जाती है, जिसमें फल खासतौर से सेवफल, हरा चारा और सूखा चारा शामिल है। जिस पर रोजाना करीब तीन हजार खर्च होते हैं। युवराज की दोनों समय सरसों के तेल से मालिश की जाती है। दो -तीन व्यक्ति उसकी सेवा में लगे रहते हैं। उनकी डेयरी में अभी 400 भैंसे हैं। कृषि मेलों में अब तक 29  बार चैम्पियन रह चुके युवराज को खरीदने के लिए 9 करोड़ तक का ऑफर भी दिया जा चुका है, लेकिन कर्मवीर ने बेचने से इंकार कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि 47 वर्षीय श्री कर्मवीर सिंह की कमाई भैंसे युवराज के वीर्य की बिक्री से होती है। जो सालाना  50 लाख है। युवराज के वीर्य की मांग पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों में है। कर्मवीर ने बताया कि युवराज से एक बार में 4 से 6 मिली लीटर वीर्य एकत्रित होता है। जिसे  सुरक्षित रखकर इसके कई डोज बनाकर बेचते हैं। एक डोज की कीमत उनके यहां तो 300 रुपए है, लेकिन एजेंट के कमीशन के कारण इसकी कीमत बढ़ जाती है। अपनी कमाई को वे अपनी दूसरी भैंसों की नस्ल सुधारने में लगाते हैं। कर्मवीर ने बताया कि युवराज के वीर्य से बच्चा पैदा करने वाली भैंस पहली बार में 13  से 19 लीटर तक दूध देती है, वहीं भैंस के बच्चे का वजन 50 -60 किलो होता है। देश के कई शहरों में लगे पशु मेलों में शामिल हो चुके कर्मवीर मध्य प्रदेश के सतना और उज्जैन के पशु मेले में भी आ चुके हैं, उन्हें विदेशों  के पशु मेलों से भी न्योता मिल चुका है। लेकिन भीमकाय युवराज को देश में ही कहीं ले जाने और वापस लाने में होने वाले करीब दो लाख रुपए के खर्च और अन्य परेशानियों को देखते हुए वे विदेश जाने से कतराते हैं।

 

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Source: Krishak Jagat