केंद्र के कृषि कानून व राज्य के धान खरीद नीति के विरोध में किसानों ने गुरुवार को चक्काजाम कर दिया। किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी चक्काजाम आंदोलन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के बैनर तले दुर्ग व बालोद जिला के किसानों ने पुलगांव मिनीमाता चौक के निकट प्रदर्शन किया। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर दोपहर 12 बजे से एक घंटे तक चक्काजाम किया। चक्काजाम की वजह से दुर्ग-बालोद और दुर्ग-राजनांदगांव मार्ग पर वाहनों का जाम लग गया था।
केंद्र व राज्य सरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ आयोजित धरना-प्रदर्शन में महिला किसानों ने भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। केंद्र और राज्य सरकार से नाराज किसानों ने दोनों सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपजों की खरीद की गारंटी नहीं दी। किसानों ने न्यूनतम मूल्य की गारंटी के बिना कृषि अध्यादेश को ढकोसला बताया। राज्य की भूपेश सरकार के खिलाफ भी किसानों में नाराजगी दिखी। किसानों ने आरोप लगाया कि जानबूझकर सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में देरी कर रही है। किसानों ने राज्य सरकार से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीद किए जाने की मांग की। साथ ही न्याय योजना में सभी किसानों को एकमुश्त 10 हजार रुपये देकर किसानों के साथ न्याय करने की मांग की। प्रदर्शन में संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्त, महासचिव झबेंद्र भूषण वैष्णव, आइके वर्मा, उत्तम चंद्राकर, हुकुम लाल साहू, बड़कु राम, राजेश्वरी देशमुख, भानाबाई, ताम्रध्वज साहू, पुष्कर चंद्राकर, अमित हिरवानी, विश्राम यादव, पूरन लाल साहू, थानू राम सहित बड़ी संख्या में अन्य किसान भी शामिल हुए।
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स्रोत: Nai Dunia


