Agricultural scientists and progressive farmers gave emphasis on income increase

February 18 2019

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रेडियो किसान दिवस पर अंबिकापुर विकासखंड के सोहगा गांव में कृषि वैज्ञानिक, प्रगतिशील कृषक एवं कृषि जानकारों ने अत्याधुनिक कृषि एवं वैज्ञानिक खेती के साथ किसानों को आय बढ़ाने पर जोर दिया। आकाशवाणी द्वारा किसानवाणी के अंतर्गत सोहगा में आयोजित कार्यक्रम में कृषि अनुसंधान केंद्र अजिरमा के कृषि वैज्ञानिकों के साथ प्रगतिशील कृषकों ने अनुभव बांटे। रेडियो के साथ मिलकर अपनी समस्याओं को बताया एवं बेहतर खेती के तरीके को साझा किया।

जिला पंचायत सदस्य व प्रगतिशील कृषक राकेश गुप्ता ने कहा कि आज यदि कृषि आय दोगुनी करने की हो रही है तो निश्चित रूप से सभी किसानों को मिलकर कृषि वैज्ञानिकों से राय-सलाह लेकर एवं रेडियो में प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को सुनकर उस पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक किसान कड़ी मेहनत करता है तब जाकर अनाज उत्पादन करता है। केंद्र व राज्य सरकारें किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही हैं जब तक योजनाओं का लाभ किसान स्वयं आगे आकर नहीं लेंगे तब तक वे अपनी आय दोगुनी नहीं कर सकते। हमें निंदानाशक का भी उपयोग करना चाहिए। उन्होंने आकाशवाणी के आयोजन की सराहना की। स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम प्रमुख डॉ. सुप्रिया भारतीयन ने कहा कि कितना भी विकास हो जाए पर रेडियो पीछे नहीं रह सकता। रेडियो स्थापित है और इसका महत्व कभी कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, इसके पीछे यदि देश के कृषि वैज्ञानिकों, कृषि के जानकारों एवं किसानों का योगदान है तो रेडियो को भी इसके लिए बड़ी भूमिका निभानी पड़ी है। डॉ. सुप्रिया भारतीय ने कहा कि रेडियो के प्रोग्राम से रोज खेती की नई तकनीक की जानकारी हम दे रहे हैं  किंतु आज हम रेडियो किसान दिवस पर स्वयं आपके सामने आए हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह ने कहा एक किसान को भी यदि खेती की नई तकनीक, नई योजनाओं की जानकारी मिल जाए तो वह पूरे गांव में यह जानकारी पहुंचा सकता है। उन्होंने समसामयिक जानकारी देते हुए कहा कि गेहूं एवं आम के इस सीजन में हमें बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम के उतार-चढ़ाव का असर इन दोनों फसलों पर पड़ सकता है इसलिए हमें सावधान रहने की जरूरत है। कार्यक्रम को कृषि वैज्ञानिक डॉ. रविन्द्र तिग्गा, डॉ. पीके भगत, जीबी बड़ा, पीयूष वैद्य, प्रगतिशील महिला कृषक बुधमेत कुजूर, जगधारी राजवाड़े, कमलेश राजवाड़े, एनके आईच व अन्य ने संबोधित किया और कृषि की नई तकनीकों से अवगत कराया। किसानों के लिए सवाल-जवाब का आयोजन भी किया गया, जिसमें किसानों ने अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी प्रमेन्द्र कुमार ने किया। किसानों ने रेडियो से जुड़े लोगों व कृषि वैज्ञानिकों से सौजन्य मुलाकात कर प्रसन्नता जताई। कार्यक्रम का संचालन चौपाल कम्पीयर प्रशांत खेमरिया ने किया। इस दौरान उद्घोषक फ्रांसिस जेवियर एक्का, सामाजिक    कार्यकर्ता सैय्यद अख्तर हुसैन, चौपाल कम्पीयर अनंगपाल दीक्षित, सरिता गर्ग आदि मौजूद थे।

कमा सकते हैं एक एकड़ में तीस क्विंटल धान

प्रगतिशील कृषक व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने किसानों को सलाह दी कि किसान आज अगर अधिक पैदावार लेना चाहते हैं तो गर्मी में खेतों की खूब जोताई करें। कोशिश करें की एक एकड़ में 30 क्विंटल धान का उत्पादन हो और किसान चाहे तो इतना उत्पादन आसानी से कर सकता है। उन्होंने धान की नर्सरी सही समय पर लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि समय पर यदि खेती होगी तो उत्पादन भी बेहतर होगा।

किया सवाल, पाया समाधान

आकाशवाणी अंबिकापुर के कार्यक्रम प्रमुख डॉ. भारतीयन ने किसानों ने कहा कि आज कृषि वैज्ञानिक व खेती के जानकार आपके समक्ष मौजूद हैं। रेडियो ने इन जानकारों को आपके समक्ष लाया है। आप अपनी खेती से संबंधित समस्याएं व जिज्ञासाओं का समाधान कर सकते हैं। डॉ. भारतीयन के कहने पर किसानों ने कृषि वैज्ञानिकों से खूब सवाल किया और खेती से संबंधित समाधान भी पाया।

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स्रोत: Nai Dunia